देशी मुर्गा और विदेशी शराब। पियक्कड़ों के इस बेजोड़ कॉम्बिनेशन को भला कौन शराब का शौकीन स्वीकार न करे। इसी कॉम्बिनेशन से लदी एक गाड़ी को जमुई उत्पाद पुलिस ने पकड़ा है। शराब तस्करी के इस नायाब तरीके को देख कर जहां उत्पाद पुलिस हैरान है तो वहीं शराब के शौकीन भी दांतों तले उंगलियां दबा रहे हैं।
रविवार की देर रात जमुई के सोनो थाना क्षेत्र के बलथर पुल के पास से उत्पाद पुलिस ने शराब की एक बड़ी खेप को जब्त किया है। शराब की यह खेप झारखंड के गिरिडीह से बिहार के समस्तीपुर लाई जा रही थी।
देसी मुर्गे की गाड़ी में विदेशी शराब
उत्पाद अधीक्षक रजनीश कुमार ने बताया की रविवार की देर शाम सोनो थाना क्षेत्र के बलथर पुल के समीप जांच के दौरान देखा गया कि सोनो की ओर से एक टाटा ऐस गाड़ी आ रही है। गाड़ी को रोककर जब जांच की गई तो शराब की यह बड़ी खेप पकड़ी गई। उन्होंने बताया कि वाहन पर देशी मुर्गा लिखा था और देखने में भी वह गाड़ी मुर्गा ढोने वाली गाड़ी ही लग रही थी, लेकिन जांच के क्रम में वाहन में देसी मुर्गे की संख्या सिर्फ 5 से 7 ही थी जिसे देख कर शंका हुई। वाहन की जांच करने पर पाया गया कि वाहन के छत पर शराब की पेटी रखने का तहखाना बना है। ढक्कन को जब खोला गया तो उसमें शराब की बड़ी खेप मौजूद थी।
शराब की बड़ी खेप की गई बरामद
आशंका जताई जा रही है कि शराब की यह खेप संभवतः समस्तीपुर में हो रहे उपचुनाव के मद्देनजर लाई जा रही थी। पकड़े गए शराब में इंपीरियल ब्लू ब्रांड के 22 कार्टन हैं जिसमें 375ml के 18 कार्टन तथा 180ml के 4 कार्टन के अलावा रॉयल चैलेंज फाईनेस्ट प्रीमियम के 375ml के 29 कार्टन हैं। कुल मिलाकर 51 कार्टन में 457।560 लीटर शराब की बरामदगी हुई है।
पकड़े गए शराब की अनुमानित कीमत लगभग 5 लाख रुपये बताई जा रही है। शराब के साथ टाटा ऐस वाहन जिसका नंबर जेएच 10बी बी 3686 है को भी जब्त कर लिया गया है। साथ ही गाड़ी के ड्राइवर अरविंद साव को भी उत्पाद पुलिस ने हिरासत में लिया है। पूछताछ में 28 वर्षीय अरविंद साव ने बताया की वह जमुई जिला स्थित गिद्धौर थाना क्षेत्र के नवादा गांव का निवासी है। शराब की इस खेप को वह गिरिडीह से समस्तीपुर ले जा रहा था। उसने बताया कि इस काम के एवज में उसे 8000 रूपये प्रति ट्रिप के हिसाब से पैसे मिलते हैं।