आज से नहाय खाय के साथ चार दिनों के लोक आस्था का महापर्व छठ शुरू हो गया है. सुबह स्नान कर के सभी व्रती चावल, चने की दाल और कद्दू की सब्जी की प्रसाद बनाएंगे. और प्रसाद रूप में उसे ग्रहण करेंगे. छठ एक ऐसा पर्व है जिसमें किसी जाति या धर्म को लेकर कोई भेद भाव नहीं होती. इसका जीता जगता सबूत दिया है भागलपुर जिले के अल्पसंख्यक समुदाय ने.
लोक आस्था के महापर्व छठ को लेकर भागलपुर के मुसहरी घाट पर अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के द्वारा सफाई अभियान चलाया गया. इस दौरान अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने कहा कि जिस तरह प्रकृति पर किसी भी जाति और धर्म का कब्जा नहीं है और सभी सूर्य की लालिमा से लाभान्वित होते हैं.
उससे प्रभावित होकर और भागलपुर जो 1989 के दंगे के लिए बदनाम हुआ था, उस बदनामी को दूर करने को लेकर वे सभी लगातार कई वर्षों से छठ घाटों की सफाई कर रहे हैं.