कोरोना काल में लोगों की सेवा करने वाले जन अधिकार पार्टी (लो) के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव के जेल आज 106 दिन हो गए, जिन्हें बेल टूटने के मामले में जेल भेजा गया था। अब उनकी रिहाई को लेकर जन अधिकार युवा परिषद के प्रदेश अध्यक्ष राजू दानवीर ने कहा कि श्री पप्पू यादव को सरकार ने अपनी नाकामियों पर्दा डालने के लिए जानबूझ कर जेल में रखा है। आज बिहार के कई जिले बाढ़ की चपेट में हैं, लेकिन बिहार की सरकार और विपक्ष के लिए ये कोई मुद्दा नहीं है। कोरोना काल के मृ’तकों को आज तक मुआवजा नहीं मिला। प्रदेश में अपराधियों का तां’डव जारी है। ऐसी कई नाकामियों को छुपाने के लिए जामनती धारा में भी श्री पप्पू यादव को जेल में रखना गहरी राजनीतिक साजिश है। लेकिन यह झूठा षड्यंत्र, गरीबों के मसीहा पप्पु यादव जी को निकलने से नहीं रोक सकता।
दानवीर ने कहा कि कोरोना काल में जब सरकार का नामोनिशान नहीं था। सरकार के लोग एंबुलेंस चोरी कर रहे थे। ऑक्सीजन की कालाबाजारी हो रही थी। दवाओं को आम आदमी की पहुंच से दूर कर दिया गया। उस वक्त जनता हताश और निराश थी, जिसकी तस्वीर दुनिया ने देखी। उस वक्त श्री पप्पू यादव ने लोगों की सेवा की और सरकार की विफलताओं को जनता के सामने लाने का काम किया। इसलिए जानबूझ कर प्रदेश की सरकार ने उन्हें जेल भेज दिया। उनके जेल जाने के बाद जलप्रलय, अपराधियों का तांडव जारी है। कोरोना से उजड़े परिवारों को कोई सहायता नहीं मिली। कहीं यह सवाल न उठा, न बवाल मचा। आज भले रोड शो की लड़ाई, घर की लड़ाई मुद्दा है, मगर इन जालिम नेताओं के लिए जनता का शोषण कोई मसला नहीं। यही वजह है कि शोषण के बाद भी आम जनता की आवाज दबी हुई है। ऐसे में जनता को भी अपने मसीहा पप्पू यादव का इंतजार है। लेकिन षड्यंत्र कारियों को समझ लेना चाहिए कि सच झुक सकता है, परास्त नहीं।