मिथिला स्टूडेंट यूनियन मिथिला (उत्तर बिहार) के क्षेत्र एवं छात्र के विकास के लिए प्रतिबद्ध एकमात्र गैर राजनीतिक संगठन है! महोदय आज गुरु पूर्णिमा के शुभ अवसर पर मिथिला स्टूडेंट यूनियन पटना इकाई द्वारा राजेंद्र नगर में नव कार्यालय का शुभारंभ किया गया जिसमें बतौर मुख्य अतिथि संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अविनाश भारद्वाज जी विशिष्ट अतिथि महासचिव गोपाल चौधरी जी एवं उद्घाटन करता डॉक्टर बी.झा. मृणाल उपस्थित थे ।
पटना के प्रतिष्ठित डॉक्टर समाजसेवी डॉ० बी झा मृणाल फिता काटकर MSU कार्यालय का उद्घाटन किए । वहीं इस अवसर पर संगठन के कार्यालय में एक समारोह का भी आयोजन किया गया जिसने बतौर मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अविनाश भारद्वाज ने कहा कि बड़ा ही हर्ष का दिन है पिछले 5 सालों से हम लोग उत्तर बिहार मिथिला के समृद्धि हेतु सड़क से लेकर जेल तक संघर्षरत हैं! उत्तर बिहार मिथिला क्षेत्र का सबसे बड़ा संगठन होने के नाते हमारी जिम्मेदारी और बढ़ जाती है और लोगों की अपेक्षाओं पर खरा उतरना भी महत्वपूर्ण होता है! आज जबकि पटना में हम लोगों का कार्यालय खुला है तो निश्चित रूप से मिथिला के विकास की बात अब मिथिला (उत्तर बिहार) क्षेत्र के साथ-साथ बिहार की राजधानी पटना में भी प्रखरता से रखी जाएगी किसी भी संगठन के लिए कार्यकर्ता, कोष, कार्यालय इन तीनों का अपना अलग ही महत्व है इसमें से एक भी चीज छूट जाए तो आप अपने उद्देश्य को तय सीमा के अंदर नहीं प्राप्त कर सकते हैं मुझे गर्व होता है इस बात पर कि पटना के संग हम उत्तर बिहार मिथिला के हजारों लोग रहते हैं उनके हक के लिए एम० एस० यू० सदैव संघर्षशील रहा है हम लोग मिथिला के समृद्ध विकास हेतु दृढ़ संकल्पित हैं मिथिला के बदहाल शिक्षा व्यवस्था, स्वास्थ्य व्यवस्था, बंद पड़े उद्योग धंधे, बाढ़ सुखाड़ की मार इस सबसे हम लोगों का क्षेत्र त्रस्त है। वर्तमान प्रदेश की सरकार लगातार मिथिला के साथ उपेक्षा की भाव रखती आई है निश्चित रूप से पिछले 5 सालों के संघर्ष के बाद आज हम इस स्थिति में हैं कि राजनीतिक रूप से भी अपनी हिस्सेदारी तय कर सकते हैं, जब तक मिथिला का विकास नहीं होगा तब तक बिहार में विकास का कोई भी परिभाषा चरितार्थ नहीं हो सकता है।
वहीं उद्घाटनकर्ता डॉक्टर बी झा मृणालनने कहा कि आज मुझे यह कहते हुए बड़ा हर्ष हो रहा है कि समृद्ध मिथिला की परिकल्पना के मार्ग में एक स्थान जहां बैठकर चिंतन मनन किया जा सके वह कार्यालय हम लोगों ने पटना में खोला है, जहां मिथिला क्षेत्र के तमाम मुद्दों को लेकर पटना में हम लोग सड़क से सदन तक सँघर्ष करेंगे । मिथिला और उत्तर बिहार के हित में मिथिला स्टूडेंट यूनियन सतत अपनी आवाज को प्रखरता से उठाता रहा है । आज हम उत्तर बिहार के लोग गांधी सेतु पर लगने वाले जाम से त्रस्त हैं वर्तमान व्यवस्था को उत्तर बिहार एवं इस गाँधी सेतु जाम से प्रभावित 7 करोड़ लोगों का कोई फिक्र नहीं है जाम के निदान हेतु सरकार के पास कोई ठोस कार्ययोजना नहीं है लगातार विकास की ढोल बजाने वाली सरकार का ढोल फट चुका है गांधी सेतु के समानांतर एक फूल बने और जब तक पुल नहीं बन पाता है किसी भी लेन को नहीं तोड़ा जाए एवं सरकार इस बात को गंभीरता से समझे कि इस पुल पर रोज लगने वाली जाम से इस प्रदेश का आर्थिक दोहन होता है, जिसके शिकार आम जनमानस के साथ-साथ इस व्यवस्था के लोग भी होते हैं। इसलिए हमारी मांग है कि जब तक एक समानांतर पूल ना बन जाए तब तक वर्तमान में निर्मित एक नया लेन और एक पुराना लेन जो है दोनों पर गाड़ियां चले सरकार हमारी मांगों पर गंभीरता से ध्यान दें क्योंकि इस व्यवस्था में हम उत्तर बिहार और मिथिला के लोगों का राजनीतिक सामाजिक हिस्सेदारी बहुत है । हम किसी भी सत्ता को दशा और दिशा दिखाने का माद्दा रखते हैं। वहीं विशिष्ट अतिथि के तौर पर उपस्थित संगठन के राष्ट्रीय महासचिव गोपाल चौधरी ने कहा है कि मिथिलावाद को पिछले 5 सालों में हम लोगों ने अपने संघर्ष के बदौलत गाँव, टोल, मुहल्ले, और पगडंडियों पर पहुंचाने का काम किया है दर्जनों बार पुलिसिया दमन वर्तमान सत्ता मानसिक दोहन, शारीरिक दोहन परञ्च जेल भेजने के बाद भी हमारा संघर्ष अपने क्षेत्र के लिए सदैव और तीव्र गति से चलता रहेगा इसी क्रम में पटना में सत्ता के सीने पर आज हम लोगों ने कार्यालय का उद्घाटन किया है । निश्चित रूप से आने वाले दिन में राजनीतिक हिस्सेदारी के साथ पटना में वर्तमान सत्ता के नाक के नीचे हजारों लोगों की उपस्थिति हम लोग सुनिश्चित करेंगे, साथ-साथ पटना में भी हमारे लाखों लोग रहते हैं जो पटना के राजनीत के साथ-साथ उत्तर बिहार मिथिला के राजनीति में भी किसी भी दल किसी भी पार्टी को राजनीतिक रूप से ताकत दिखा सकते हैं। वही मौके पर वरिष्ठ कार्यकर्ता रजनीश प्रियदर्शी, पटना अध्यक्ष अमित झा, बंटू झा, प्रियंका मिश्र, बालकृष्ण मिश्रा आलोक कुमार, अभिराम कुमार, विकास मैथिल, अविनाश कुमार, सागर नवदिया, आशानन्द जी, बुद्धिनाथ प्रतिहस्त जी अभिवावक राकेश भैया, हिमकर भारद्वाज, सहित दर्जनों लोग उपस्थित थे ।