मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपराध के मोर्चे पर जीरो टॉलरेंस की बात को दोहराते हुए अपराध नियंत्रण के लिए सख्त निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा-’जिस थाना क्षेत्र में अपराध बढ़ा है, उसकी समीक्षा कर संबंधित अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए। पेशेवर अपराधियों को चिह्नित कर उनके खिलाफ कठोर कदम उठाया जाए। अपराध नियंत्रण में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कोताही बरतने वाले अफसर दंडित हों।’ मुख्यमंत्री, बुधवार को उच्चस्तरीय बैठक में विधि-व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। बैठक, पांच घंटे तक चली।
रात्रि गश्ती की मॉनीटरिंग हो, अपडेट रहे स्टेशन डायरी
नीतीश ने कहा-सभी थाना क्षेत्रों में रात्रि गश्ती और सुदृढ़ की जाए। सभी थानों में नियमित रूप से रात्रि गश्ती को सुनिश्चित करें। पैदल गश्ती दल में पर्याप्त पुलिस बल रहे। जियो फेंसिंग तकनीक से गश्ती दल की निगरानी सुनिश्चित की जाए। वरीय पदाधिकारी भी गश्ती की निगरानी करें। सभी थानों में जीपीएस युक्त दो-दो वाहन गश्ती के लिए रखी जाए। थाने के पुलिस वाहन के लिए पुलिस बल से ही स्थायी ड्राइवर की व्यवस्था रहे। पुलिस व्यवस्था में संवेदनशीलता और गोपनीयता आवश्यक है। सभी थानों में स्टेशन डायरी अपडेट रखी जाए।
नीतीश के खास निर्देश : क्राइम के खिलाफ जीरो टॉलरेंस
अपराधियों में कानून के भय की गारंटी की जाए।
स्पीडी ट्रायल में तेजी लाई जाए।
पेशेवर अपराधियों को चिह्नित कर कठोर कदम उठाया जाए।
प्रॉसीक्यूशन और इंवेस्टिेगेशन बेहतर तरीके से हो, ताकि अपराधियों को सख्त सजा दिलायी जा सके।
मुख्यालय स्तर से मॉनिटरिंग में कोई कसर न रहे। यह लगातार व बहुत सघन हो।
वारदातों की तहकीकात में विधि विज्ञान प्रयोगशाला/वैज्ञानिक अनुसंधान को तवज्जो दी जाए।
जियो फेंसिंग तकनीक से गश्ती की निगरानी सुनिश्चित हो।
ट्रैफिक जाम के निपटारे के लिए आवश्यक कार्रवाई हो।
कानून का सख्ती से पालन हो।