बिहार में कोरोना की स्थिति सुधरने के बाद ब्लैक फंगस (Black Fungus) का कहर जारी है. ब्लैक फंगस से अब तक 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. अस्पतालों में ब्लैक फंगस की दवा की किल्लत के बाद कई सवाल खड़े होने लगे हैं. अब यह फंगस बिहार की राजनीति में भी प्रवेश कर लिया है. बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने अखबारों में छपी खबरों के बहाने नीतीश सरकार (Nitish Government) पर हमला बोलते हुए उसे फंगस करार दिया है. तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार सरकार नवंबर में चुनाव आयोग द्वारा प्रदेश पर थोपा गया फंगस है.
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने ब्लैक फंगस के इलाज के बहाने एक तरफ जहां बिहार पर हमला बोला, वहीं चुनाव आयोग पर भी सवाल खड़े किए हैं. तेजस्वी ने ट्वीट करते हुए कहा कि जनता का निर्णय बदल चुनाव आयोग को अपना निर्णय सुनाना जनता को महंगा पड़ रहा है. अधिकारियों के भेष में चुनाव आयोग में घुसपैठ कर सिस्टम में बैठे भाजपाई कठपुतलियों को उसका इनाम भी मिला.
जेडीयू ने तेजस्वी को बताया भाषाई दरिद्र
तेजस्वी यादव द्वारा नीतीश सरकार को फंगस करार दिए जाने के बाद जदयू ने तेजस्वी को भाषाई दरिद्र करार दिया है. जेडीयू नेता नीरज कुमार ने पलटवार करते हुए कहा कि तेजस्वी यादव के पास भाषा की समझ ही नहीं. तेजस्वी बिहार सरकार पर ऐसे शब्द का प्रयोग कर जनता के जनादेश का अपमान कर रहे हैं. नीरज कुमार ने तंज कसते हुए कहा कि तेजस्वी पूरे कोरोना काल में कहां गायब रहे कोई नहीं जानता. अब लॉकडाउन खत्म हो गया है. अब तो बिहार आ जाना चाहिए.