नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सामाजिक-आर्थिक और जातीय जनगणना की माँग को लेकर देश की विभिन्न पार्टियों के 33 वरिष्ठ नेताओं को केंद्र सरकार के उदासीन एवं नकारात्मक रवैये तथा सबकी सांझा आशंकाओं और जिम्मेदारियों के संदर्भ में पत्र लिखा है।
तेजस्वी ने अपने पत्र में लिखा है कि केंद्र सरकार का यह फैसला देश के विकास को बाधित करेगा। जाति आधारित जनगणना की मांग को राष्ट्र निर्माण में एक आवश्यक कदम के रूप में देखा जाना चाहिए। जातीय जनगणना नहीं कराने के खिलाफ सत्ताधारी दल के पास एक भी तर्कसंगत कारण नहीं है।
नवीन पटनायक समेत देश के 33 नेताओं को भेजे पत्र में तेजस्वी ने कहा है कि जातीय जनगणना से केंद्र और राज्य सरकारों को पीछे छूट गये समाज को आगे लाने मार्ग सुगम होगा। अपने पत्र को ट्वीटर पर शेयर करते हुए तेजस्वी ने लिखा है कि मैंने देश के कई वरिष्ठ नेताओं को सामाजिक-आर्थिक और जाति जनगणना की चल रही मांग और उसके प्रति केंद्र में सत्तारूढ़ दल की उदासीनता के संदर्भ में हमारी साझा आशंकाओं और जिम्मेदारियों के बारे में अवगत कराया है।