वैसे तो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव हमेशा ही किसी न किसी कारण से सुर्खियों में रहते हैं। कोरोना वायरस संक्रमण के रोकथाम को लेकर जहां लॉकडाउन जारी है, वहीं दूसरी ओर तेजप्रताप यादव ने सदबुद्धि को लेकर अपने आवास पर महायज्ञ का आयोजन कराया।
दरअसल, महुआ से आरजेडी विधायक तेजप्रताप यादव ने पटना स्थित अपने आवास पर सदबुद्धि महायज्ञ किया। दिलचस्प बात यह है कि तेजप्रताप यादव ने यह किसी और के लिए नहीं बल्कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की खोई हुई बुद्धि वापस लाने के लिए यह यज्ञ कराया है। यह तेजप्रताप यादव का कहना है।
उन्होंने कहा कि कोटा में फंसे बिहारी छात्रों और प्रवासी मजदूरों को वापस लाने के लिए लगातार बिहार सरकार से गुहार लगाई जा रही है लेकिन वह मान नहीं रही।
तेजप्रताप यादव ने इसी को लेकर अपने आवास पर यज्ञ का आयोजन किया है। उनका कहना है कि अगर बिहार सरकार मुझे परमिशन देगी तो मेरे पास कई बसे हैं, जिनसे मैं खुद जा कर सभी बच्चों को सकुशल उनके घर वापस पहुंचाउंगा।
तेजप्रताप यादव के इस तरीके से सरकार पर हमले के बाद राजनीतिक रिएक्शन देखने को मिला।
तेज प्रताप के यज्ञ पर बिहार सरकार के मंत्री नीरज कुमार ने निशाना साधते हुए कहा कि तेज प्रताप के परिवार के लोग बाहर हैं। तेजस्वी भी खुद बाहर हैं। इसकी पीड़ा तेजप्रताप को सता रही है।
उन्होंने कहा कि जिसका खुद परिवार प्रवासी हो वह दूसरे की चिंता कर रहा है। तेज प्रताप यादव को यज्ञ में भगवान से ज्ञान मांगना चाहिए क्योंकि तेज प्रताप के पास डिग्री भी है कि कोरोना की जानकारी मिले।