
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद को झारखंड हाईकोर्ट से एक मामले में जमानत मिलने पर उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने शुक्रवार को तंज कसा। उन्होंने ताबड़तोड़ ट्वीट कर लालू प्रसाद पर निशाना साधा। लिखा कि भ्रष्टाचार के गंभीर मामले में सजायाफ्ता लालू प्रसाद को उनकी पार्टी ऐसे प्रचारित करती है, जैसे वे स्वाधीनता संग्राम में जेल गए हों। वे यह भी भ्रम फैलाते हैं कि यदि लालू प्रसाद चुनाव के समय जेल से बाहर होते, तो ईवीएम से जिन्न निकलता और पार्टी अच्छा प्रदर्शन करती। वे भूल गए कि 2010 के विधानसभा चुनाव में लालू प्रसाद जेल से बाहर थे और उनकी पार्टी मात्र 22 सीटों पर सिमट गई थी।
सुशील मोदी ने एक अन्य ट्वीट में लिखा कि 2014 के लोकसभा चुनाव में राजद को 40 में से केवल 4 सीट मिली थी। वे अपनी पुत्री को नहीं जिता पाए थे। बिहार की राजनीति में लालू प्रसाद की ब्रांड वैल्यू जीरो हो चुकी है। आगे लिखा कि लालू को जमानत मिली, वे बाइज्जत बरी नहीं हुए कि राजद जश्न मनाए। बकौल सुशील मोदी, एक हजार करोड़ के चारा घोटाले के चार मामले में दोषी लालू प्रसाद ने सिर्फ चाईबासा कोषागार से 33.67 करोड़ रुपये की अवैध निकासी के मामले में सजा की आधी अवधि जेल में बितायी है, इसलिए उन्हेंं केवल इसी मामले में जमानत मिली।
अन्य मामलों में सजा की आधी अवधि भी नहीं काटी, इसलिए वे बाहर नहीं आ सकेंगे। उन्हें जमानत मिलने पर राजद ऐसे जश्न मना रहा है, जैसे वे बाइज्जत बरी कर दिए गए हों। राजद न्यायपालिका का सम्मान तभी करता है, जब फैसला उसके पक्ष में होता है। राष्ट्रीय जनता दल सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को झारखंड के चाइबासा कोषागार मामले में झारखंड हाईकोर्ट ने शुक्रवार को जमानत दे दी। हालांकि, अभी वे जेल में ही रहेंगे। दुमका कोषागार के एक और मामले में उनकी जमानत होनी बाकी है।