सुशांत सिंह राजपुत का बिहार से गहरा नाता था । उनका जन्म भी बिहार के खगड़िया जिले में उनके ननिहाल में ही हुआ था । भाजपा के एक चर्चित चेहरे और छातापुर विधायक नीरज सिंह बबलू के वो रिश्तेदार थे । काफी जिंदा दिल इंसान के साथ-साथ सुशांत सिंह राजपुत की पहचान एक हंसमुख इंसान के रूप में भी थी जो हमेशा हंसते रहते थे । उनका जाना पुरे क्षेत्र को गहरा सदमा दे गया है ।
पटना में जन्मे सुशांत सिंह राजपूत की शुरुआती शिक्षा राजधानी के सेंट कैरेंस स्कूल में हुई. उनके पिता सरकारी सेवा में थे. इसलिए कुछ दिनों बाद वे दिल्ली शिफ्ट हो गए. सुशांत सिंह की ननिहाल बिहार के खगड़िया जिले में है, जहां पिछले साल वे एक पारिवारिक कार्यक्रम के सिलसिले में आए थे
मुंडन कार्यक्रम में शरीक होने आए सुशांत इस दौरान खगड़िया के साथ-साथ सहरसा में खूब भी घूमे. यहां के लोगों के साथ आसपास का इलाका देखा. साथ ही युवाओं के साथ क्रिकेट भी खेली. इन सब को याद कर आज यहां के लोग दुखी हैं कि कैसे एक उभरते सितारे ने खुदकु’शी कर ली. खगड़िया के लोगों ने बताया कि सुशांत सिंह राजपूत करीब 17 साल के बाद अपने ननिहाल आए थे. यहां आने के दौरान रिश्तेदारों के अलावा अन्य लोगों से भी उनका मिलने-जुलने का तरीका बेहद दोस्ताना था.
सुशांत सिंह राजपूत के माता-पिता और परिवार के अन्य सदस्य आज भी राजधानी पटना में ही रहते हैं. सुशांत की मौ’त की खबर आते ही पटना में उनके आवास पर लोग जुटने लगे.
उनकी खबर सुनने के बाद पुरा देश स’दमे में है । सहरसा में भी उनके प्रशंसक रो-रोकर आंसु बहा रहे हैं । किसी को विश्वास ही नहीं हो रहा है कि उनके बीच का तारा यूं चला जाएगा ।