अभी अभी एक बड़ी खबर सामने आ रही है बताया जा रहा है कि जदयू से बर्खास्त बिहार सरकार के पूर्व मंत्री श्याम रजक ने विधिवत राजद का दामन थाम लिया, तेजस्वी की उपस्थिति में उन्होंने पार्टी की सदस्यता ज्वाइन की. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आगे आगे देखिए होता है क्या, जदयू में कई विधायक और मंत्रियों का दम घूट रहा है, चुनाव आते आते जदयू में भगदड़ की स्थिति देखने को मिलेगी
कारण बताओ नोटिस तक नहीं दिया
श्याम रजक ने कहा है कि जदयू ने पार्टी के संविधान की धज्जियां उड़ा दी। अगर मुझ पर कोई आरोप था तो पार्टी के संविधान के अनुसार पहले कारण बताओ नोटिस देना चाहिए था। बिना नोटिस दिए सीधे पार्टी से निष्कासित कर दिया। अगर पार्टी के संविधान को नहीं मानना है तो प्राथमिक सदस्यता लेते समय शपथ क्यों दिलाते हैं?
राजद के साथ मिलकर लड़ूंगा सामाजिक न्याय की लड़ाई
श्याम रजक ने कहा कि बिहार में दलितों के साथ अत्याचार बढ़ गया है। लड़कियों के साथ वारदात हो रहे हैं। नौजवानों के पास काम नहीं है। मैंने कभी सामाजिक न्याय की लड़ाई से समझौता नहीं किया है। मैं हमेशा अपनी आवाज उठाता रहा हूं। जदयू में रहकर भी आवाज उठाई, लेकिन नीतीश कुमार के कान पर जू तक नहीं रेंगा। अब मैं अपनी पुरानी पार्टी राजद में शामिल होने जा रहा हूं। राजद के साथ मिलकर सामाजिक न्याय की लड़ाई लड़ूंगा।
श्याम ने कहा कि मुझे कभी मंत्री पद का लोभ नहीं रहा है। मुझे मंत्री बनाया गया तो मैंने काम किया। मुझे रात में बर्खास्त किया गया और सुबह ही मैंने सभी सुविधाओं से हाथ जोड़ लिया। जहां तक विधानसभा सीट फुलवारी से टिकट की बात है तो मुझे अपने क्षेत्र की जनता का असीम प्यार मिला है। यहां पार्टी नहीं श्याम रजक चुनाव लड़ता और जीतता है।