बिहार के बांका जिले से मां की ममता को शर्मसार कर देने वाली एक घटना सामने आई है। दरअसल, एक मां ने अपनी तीन दिनों की नवजात बच्ची को 25 हजार रुपये में बेच दिया। इस बात की जानकारी जब सभी लोगों को मिली तो नवजात को बेचने वाली मां और दलाल दोनों भाग निकले। हालांकि बच्ची को बरामद कर लिया गया है। वह अभी उसी परिवार के पास सुरक्षित है जिसने उसे पैसे देकर ख़रीदे थे।
घटना जिले के सूईया थाना क्षेत्र की है। चिहुंटजोर गांव के पुझार टोला के रहने वाले चिहुंटजोर गांव के पुझार टोला साढ़े सात हजार रुपये एडवांस देकर बच्ची को खरीदा है। बाकी के 17 हजार 500 रुपये बाद में देने की बात तय हुई थी। दोनों ने बताया कि उसकी बड़ी बेटी को शादी के कई साल बाद भी बच्चा नहीं हुआ, इसलिए 25 हजार रुपये में उन्होंने नवजात गांव के जियाउल अंसारी उर्फ नसीबा से उस बच्ची को खरीदा है।
गुड्डू ने बताया कि अभी उसने साढ़े सात हजार रुपये ही दिए हैं। कागज पर लिखित करने के बाद बाकी रुपये देने की बात हुई है। गांव के जियाउल ने बताया कि उसकी पहचान की एक महिला महीने भर से उसके घर पर ठहरी थी। इसी दौरान उसने लड़की को जन्म दिया। उसे लड़की रखने की इच्छा नहीं थी, इसलिए उसने कुछ पैसे लेकर बच्ची को बेच दिया। महिला बांका जिले के सलैया गांव निवासी लड्डू दास की बेटी है। उसके पति की दो साल पहले दुर्घटना में मौत हो गई है। मामला उजागर होने के बाद से महिला लापता है। वह ना तो चिहुंटजोर में है और ना ही सलैया गांव में है। चाइल्ड लाइन के अधिकारी मनोज कुमार सिंह ने बताया कि नवजात को बेचना और इसमें सहयोग करना दोनों कानूनन अपराध है। बिना कानूनी प्रक्रिया अपनाए, बच्ची को गोद भी नहीं लिया जा सकता। चाइल्ड लाइन की टीम नवजात को रिकवर करेगी।