जन अधिकार पार्टी (लो) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मधेपुरा के पूर्व सांसद पप्पू यादव ने मोदी सरकार के स्पेशल पैकेज पर हमलावर हो गए हैं । उन्होने सोशल मीडिया पर मोदी सरकार को घेरते हुए कहा है कि इस पैकेज में मजदूरों को बस झुनझुना मिला है ।
उन्होने अपने ट्वीटर अकाउंट से कहा है कि मोदी सरकार आपदा को भी अवसर में बदल देते हैं । ये अवसर सिर्फ देश बेचने के लिये हैं, न कि मजदूरों की मदद के लिये । कोल इंडिया से लेकर इसरो तक सबको बेचने का सरकार ने जुगाड़ कर लिया है
आपदा में अवसर देख
आसमान से पाताल तक सब किया नीलाम
इसरो, कोल इंडिया, हवाई अड्डे सब कुर्बान!
सैनिक हथियार उद्योग भी किया विदेशी यारों के नाम!— Sewak Pappu Yadav (@pappuyadavjapl) May 16, 2020
जन अधिकार पार्टी (लो) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मधेपुरा के पूर्व सांसद पप्पू यादव ने देश के वर्तमान हालातों पर बोलते हुए कहा कि, “बीस लाख करोड़ के कथित पैकेज में मज़दूरों को सिर्फ बीस रुपये मिले हैं। मनरेगा के तहत दैनिक मज़दूरी 182 रुपया से बढ़ा कर 202 रुपया किया गया है। 20 लाख करोड़ में 20 रुपये मज़दूरों को देने के लिए मोदी जी का धन्यवाद ज्ञापन कैसे करें? ताली बजाकर या, फूल बरसाकर या, दीप जलाकर, बताएं।”
आगे उन्होंने कहा कि, “टीवी पर बहुत अच्छे तरह से प्रधानमंत्री जी ने सबकुछ पेश किया। लेकिन मजदूर अपने हाथ की तरफ देखता है तो उसे कुछ नहीं दिखता। आज अगर जे पी और लोहिया जिंदा होते तो मजदूरों की दयनीय स्थिति देखकर मर जाते।”
बीस लाख करोड़ के कथित पैकेज में मज़दूरों को बस बीस रुपये
मनरेगा के तहत दैनिक मज़दूरी 182रु से बढ़ा कर 202रु किया।
मतलब, 202 – 182 = 20
20 लाख करोड़ में 20 रुपये मज़दूरों को देने के लिए मोदी जी का धन्यवाद ज्ञापन कैसे करना चाहिए?
ताली बजाकर या, फूल बरसाकर या, दीप जलाकर, बताएं!
— Sewak Pappu Yadav (@pappuyadavjapl) May 15, 2020
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए पप्पू यादव ने कहा कि, “नीतीश कुमार मजदूरों को अनुशासन का पालन करने के लिए कह रहे है। उनके भूख की चिंता मुख्यमंत्री जी को नहीं हैं। ट्रेनों में मजदूरों को खाना नहीं मिल रहा हैं। क्वारंटिन सेंटर्स के खराब हालात की चिंता नहीं हैं।”