अनलॉक फेज-टू के तहत स्कूल खोलने और इनका संचालन दो शिफ्टों में करने की मांग की गई। साथ ही एक जुलाई से कक्षा 6 से 12वीं तक का संचालन और 10 जुलाई से पहली से 5वीं की कक्षाओं का संचालन का सुझाव दिया गया है। इसे लेकर प्राइवेट स्कूल्स एंड चिल्ड्रन वेलफेयर एसोसिएशन की ओर से शिक्षा मंत्री को 13 सूत्री सुझाव भेजे गए हैं। इसमें 5 फीट के बेंच पर केवल दो बच्चों को बैठने की अनुमति और स्कूलों में प्रार्थना सभा, खेलकूद व सांस्कृतिक गतिविधि पर रोक लगाने की मांग की गई।
वहीं, कक्षा 10वीं से 12वीं के लिए स्पेशल कक्षा चलाने और स्कूल बसों को सैनिटाइज कराने की मांग की गई है। यह जानकारी प्राइवेट स्कूल्स एंड चिल्ड्रन वेलफेयर एसो. के अध्यक्ष शेखर कुमार ने दी। उन्हाेंने कहा, स्कूल बंद होने से संचालक दयनीय स्थिति का सामना कर रहे हैं। ऐसे में सरकार की ओर से निर्देश दिया जाए कि लॉकडाउन अवधि की फीस किस्त में पैरेंट्स जमा करें, ताकि कर्मचारियों के वेतन का भुगतान किया जा सके।
तिरहुत एसोसिएशन ऑफ अनएडेड स्कूल्स ने डीईओ को सौंपा सुझाव
तिरहुत एसोसिएशन ऑफ एनएडेड स्कूल की ओर से डीईओ अब्दुस सलाम अंसारी को स्कूल, शैक्षणिक संस्थान को खोलने को लेकर सुझाव दिया गया। सचिव सुमन कुमार ने बताया, स्कूलों का संचालन दो शिफ्टों में किया जाए और कक्षा की अवधि को 35 मिनट रखा जाए।
सरकार की ओर से मांगे गए सुझाव का एसोसिएशन की ओर से बिंदुवार जवाब
- स्कूल किस तिथि से खोला जाए- 1 जुलाई से
- नामांकन कब से शुरू किया जाए- 15 जून से
- विद्यालय के संचालन की अवधि क्या हो- पहली पाली – सुबह 7. 25 से 10.30 तक, दूसरी पाली 10. 45 से 2. 45 तक।
- कक्षा का संचालन अधिकतम कितने बच्चों के साथ किया जाए – 500 वर्ग फीट में 24 बच्चे।
- कक्षा की अवधि क्या हो – 35 मिनट।
- कक्षा में बैठने की व्यवस्था कैसी हो-कम से कम एक से डेढ़ मीटर की दूरी।
- प्रार्थना सभा का संचालन किया जाए या नहीं- नहीं।
- विद्यालय में प्रवेश व निकास की व्यवस्था कैसी हो-प्रवेश और निकास स्थल पर मास्क जांच की व्यवस्था, जूते को सैनिटाइज करना और थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था।
- विद्यालय-कक्षाओं में सोशल डिस्टेंसिंग कैसे लागू किया जाए- दो बच्चों के बीच एक से डेढ़ मीटर की दूरी हो।
- अभिभावक बच्चों को बाॅटल में गर्म पानी दें
- अन्य बिंदु- कक्षा संचालन के अंतराल में स्कूल परिसर में कोई भी व्यक्ति जो कोरोना से संक्रमित होंगे, इसकी जिम्मेदारी विद्यालय प्रबंधन की नहीं होगी।
इंडिया वाइल्ड विज्डम क्विज में हिस्सा लेंगे स्कूली बच्चे
जल, जंगल, जमीन पर समझदारी विकसित करने के लिए अब सीबीएसई स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे क्विज में हिस्सा लेंगे। इसे लेकर सीबीएसई और डब्ल्यूडब्ल्यूएफ की ओर से इंडिया वाइल्ड विज्डम क्विज हाेगी। इसका मकसद बच्चों में जंगल के जीवों के प्रति समझदारी और संरक्षण का भाव पैदा करना है। आयोजन दो स्तरों पर होगा। पहला प्राइमरी का है। इसमें कक्षा तीसरी से 5वीं तक के स्टूडेंट्स हिस्सा लेंगे। वहीं, मिडल लेवल पर कक्षा छठी से 8वीं के छात्र-छात्राएं शामिल होंगे। रजिस्ट्रेशन करने वाले स्टूडेंट्स को डब्ल्यूडब्ल्यूएफ की ओर से न्यूजलेटर और पार्टिसिपेशन सर्टिफिकेट दिया जाएगा। इसके लिए 5 अगस्त तक आवेदन किया जा सकेगा। पहले चरण की प्रतियोगिता 9 अगस्त व दूसरे चरण की 16 अगस्त को होगी।