कोरोना महामारी के बीच हिहार की रोहतास जिले के कोचस प्रखंड के नरवर पंचायत (Narwar Panchayat) की मुखिया सीता यादव जनसेवा में लगी हुई हैं। उनके काम करने का तरीका लोगों को आकर्षित कर रहा है। आज जब गांव में मजदूर नहीं मिल रहे हैं तो ऐसी स्थिति में सीता यादव ने पूरे गांव को सैनिटाइज करने का बीड़ा खुद उठा लिया है। पिछले एक सप्ताह से वे अपनी पीठ पर सैनिटाइजर का डब्बा बांधकर खुद पूरे गांव को सैनिटाइज करने में लगी हुई है। सीता यादव के इस जज्बे को देखकर सभी लोग हतप्रभ हैं।
पंचायत के कई गांव को अभी तक वे सैनिटाइज कर चुकी हैं। एक महिला जनप्रतिनिधि के इस तरह के कार्य से गांव के लोग खासे प्रभावित हैं। सीता यादव रोज सुबह अपने चेहरे पर मास्क लगाकर, हाथों में गल्प्स पहनकर खुद अपनी पीठ पर सैनिटाइजर का डब्बा लेकर निकल पड़ती हैं और घूम- घूम कर गलियों को सैनिटाइज कर रही हैं।
इस मुश्किल समय में जहां ज्यादातर जनप्रतिनिधि सामाजिक सरोकार से दूर हैं। ऐसे में सीता यादव की यह लगनशीलता लोगों को प्रभावित कर रही है। वह घूम- घूम कर अपने पंचायत क्षेत्र में कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के उपाय भी लोगों को बता रही हैं। वे कहती हैं कि अपने पंचायत की खुद सेवा करने से उन्हें संतुष्टि मिलती ही है। साथ ही गांव-गलियों में लोग कैसे रह रहे हैं तथा कोरोना से बचने के उपाय कर रहे हैं या नहीं, इसकी भी उन्हें जानकारी मिल जाती है।
बता दें कि बीते दिनों रोहतास में एक महिला पुलिसकर्मी की कुछ ऐसी ही कहानी सामने आई थी जो, इस कोरोना महामारी के दौर में ड्यूटी के साथ-साथ मां का फर्ज भी निभा रही है। जानकारी के मुताबिक, मामला बिहार के सासाराम (Sasaram) का है। यहां के मुख्य चौराहे पर ड्यूटी करने वाली पूजा कुमारी बिहार पुलिस की सिपाही हैं। वह प्रतिदिन इस कड़ी धूप में ड्यूटी करती हैं। लेकिन दिक्कत यह है कि पूजा का 11 माह का एक बच्चा है, जो ड्यूटी के समय भी इनके साथ रहता है। एक तरफ नौकरी की कर्तव्य परायणता तो दूसरी ओर मां की ममता। दोनों को वह बखूबी निभाती हैं। पूजा कहती हैं कि प्रतिदिन सड़कों पर 12 घंटे की ड्यूटी उनकी लगती है। इस दौरान छोटा बच्चा घर में बिलख जाता है। इसलिए उसे लेकर ही वे ड्यूटी पर आती हैं। ऐसे में बच्चे को गोद में लेकर ड्यूटी करनी पड़ती है। उनका कहना है कि उससे परेशानी तो है, लेकिन मां की ममता है कि बच्चे को छोड़ नहीं सकती।