लौंडा नाच । बिहार का पारंपरिक नाच । इसमें लड़के लड़की बन कर नाचते हैं । मेकअप इतना सजीव होता है कि फर्क करना मुश्किल हो जाता है । कभी-कभी तो पता लगाना मुश्किल हो जाता है कि लड़का है या लड़की । होली में यह नाच जोड़ पकड़ने लगता है । हालांकि बियाह-शादी में इसका डिमांड है ।
बिहार में होली का खुमार चढ़ने लगा है। कई जिलों में होली मिलन समारोह का आयोजन किया जा रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले में भी आरजेडी की ओर से होली को लेकर कार्यक्रम का आयोजन किया गया, लेकिन इस कार्यक्रम में एक गजब का नजारा देखने को मिला। आरजेडी कार्यकर्ताओं ने अपने नेता लालू प्रसाद यादव की होली की याद दिला दी। दरअसल इस कार्यक्रम में लौंडा नाच भी कराया गया।
मामला नालंदा जिले के एकंगरसराय इलाके की है। जहां डाकबंगला परिसर में आरजेडी की ओर से राजद के वरिष्ठ नेता महेंद्र यादव की अगुवाई में होली मिलन समारोह का आयोजन किया किया। इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की बिहार में गैरमौजूदगी की भरपाई उनके नेता कार्यकर्ता और समर्थक बखूबी किये। कार्यक्रम में पार्टी ने लौंडा नाच कराया। जहां आरजेडी के नेता भी खूब झूमते दिखे।
होली मिलन समारोह में पांच हजार लोगों ने शिरकत किया। इस मौके पर बिदेशिया परंपरा के गीतों पर जमकर लौंडा डांस हुआ, जिस पर राजद कार्यकर्ता और समर्थक झूमते नजर आएं। इस कार्यक्रम का उद्घाटन राजद के जिलाध्यक्ष हुमायूं अख्तर तारिक और महेंद्र यादव ने किया।
बिहार में अक्सर कई कार्यक्रमों में लौंडा नाच की झलक देखने को मिलती है। आरजेडी के कार्यक्रमों में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव भी लौंडा डांस बुलाया करते थे। कई चुनावी रैलियों में भी इसकी झलक देखने को मिली।
लौंडा नाच में पुरुष, महिला के कपड़े पहनकर डांस करते हैं। बिहार के कई इलाकों में यह काफी पॉपुलर है। ऐसा माना जाता है कि सिनेमा और आर्केस्ट्रा आने के बाद लौंडा नाच की लोकप्रियता कम होती चली गई।