पूरी दुनिया आज के समय में जलवायु परिवर्तन और प्रदूषण से जूझ रही है। प्राकृतिक संसाधन पर बोझ काम करने के लिए ऊर्जा के अन्य साफ विकल्पों को भी तलाशा जा रहा है। ऐसे समय में बिहार के कटिहार जिले के युवा वैज्ञानिक ऋभम ने पानी से चलने वाले इंजन का प्रोजेक्ट तैयार किया है। यह इंजन पूरी तरह से प्रदूषण मुक्त है और ऊर्जा के लिए सिर्फ पानी का ही इस्तेमाल करता है। इस इंजन में शून्य उत्सर्जन होता है और यह पेट्रोल और डीजल पर चलने वाले इंजनों के तरह ही पॉवरफुल है।
डीजल और पेट्रोल इंजन से ज्यादा ताकतवर
ऋभम का दवा है कि यह इंजन डीजल और पेट्रोल से चलने वाले इंजनों से अधिक पॉवर उत्पन्न कर सकता है। ऋभम के इस उपलब्धि के लिए उसे प्रधानमंत्री कार्यालय से प्रशंसा भी मिली है। ऋभम के इस प्रयोग ने दुनिया भर के वैज्ञानिकों का ध्यान आकर्षित किया है। अगर यह प्रयोग सफल हुआ तो ऊर्जा के क्षेत्र में एक नई क्रांति आ सकती है।
सिर्फ एक बार भरना पड़ता है पानी
ऋभम ने बताया कि जब वह नौवीं कक्षा में था तभी से वह स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में खोज कर रहा है। उसने इंजन के बारे में बताया कि यह एक हाइड्रोकेमिकल इंजन है जो पानी से चलती है। लेकिन इसकी सबसे खास बात यह है कि इसमें सिर्फ एक बार पानी को भरना पड़ेगा, जिसके बाद यह खुद ही अपनी ऊर्जा बनाएगी। इंजन में किसी प्रकार का उत्सर्जन नहीं है इसलिए यह पर्यावरण लिए पूर्ण रूप से सुरक्षित है।
अमेरिका ने उठाई ऋभम की जिम्मेदारी
डीडी न्यूज से बातचित में ऋभम ने इस इंजन के बारे में जानकारी दी। ऋभम के इस आविष्कार को सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि अमेरिका ने भी मान्यता दी है। अमेरिकी सरकार ने ऋभम की पढ़ाई की पूरी जिम्मेदारी उठा ली है। ऋभम का कहना है कि वह आगे की पढ़ाई के लिए कैलिफोर्निया जाना चाहता है।