सिक्किम के राज्यपाल श्री गंगा प्रसाद ने कहा कि भारतीय इतिहास के पुनर्लेखन एवं पुनः अवलोकन की आवश्यकता है क्यों कि इतिहास के अनेक तथ्यों पर आजतक कोई ठोस एवं सकारात्मक शोधकार्य नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय इतिहास के संबंध में यह अत्यावश्यक है।
राज्यपाल ने यह बात आज अपने आवास पर आयोजित पुस्तक विमोचन समारोह के क्रम में कही। राज्यपाल ने Biography of an Indian Patriot Maharaja Lakahmishwar Singh of Darbhanga पुस्तक का विमोचन किया। इतिहासकार जटाशंकर झा द्वारा लिखी इस पुस्तक का संपादन, संसोधन एवं परिवर्धन विजय देव झा ने किया है जिसे ईसमाद प्रकाशन ने पुनः प्रकाशित किया है।
राज्यपाल ने कहा कि बहुधा हम अपने क्षेत्र के इतिहास का पता नहीं रहता है हम अपने राज्य के उन विभूतियों के बारे में अनभिज्ञ रहते हैं जिन्होंने भारत के विविध सामाजिक राजनैतिक आंदोलनों में अपना योगदान दिया। परंतु इतिहास में उनकी चर्चा न होने के कारण वह भुला दिए जाते हैं। महाराज लक्ष्मीश्वर सिंह के योगदान की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि महाराज लक्ष्मीश्वर सिंह ने कांग्रेस की स्थापना से लेकर, भारतीयों के राजनैतिक एवं संवैधानिक अधिकार की लड़ाई लड़ी। महात्मा गांधी जब नटाल में भारतीयों के अधिकार की लड़ाई लड़ रहे थे उस समय महाराज लक्ष्मीश्वर सिंह ने महात्मा गांधी को अपना समर्थन दिया और विभिन्न रूप से मदद पहुँचायी।
पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में इस पुस्तक के संपादक विजय देव झा, साहित्यकार एवं महाराजा लक्ष्मीश्वर सिंह स्मारक समिति के सदस्य डॉ इंद्रकान्त झा, इतिहासकार तेजकर झा एवं भवनाथ झा, राकेश झा, संतोष कुमार, उज्ज्वल कुमार, वीरेन्द्र यादव, अरुण कुमार मिश्र, अमित कुमार मिश्र, गोपाल चौधरी आदि उपस्थित थे।