बच्ची के साथ उसके रिश्तेदार ने ही रेप किया। जब पीड़िता के परजिन आरोपी के खिलाफ थाना में केस दर्ज कराने पहुंचे तो महिला थानेदार ने कहा कि 1.5 लाख रुपए दो तो केस दर्ज करेंगे। यही नहीं महिला थानेदार ने 8 दिनों तक केस को दबाए रखा। मामला करजा थाना का है।
एसएसपी ने महिला थानेदार को हटाया
जब इस मामला का खुलासा हुआ तो एसएसपी ने महिला थानेदार को तत्काल पद से हटा दिया। उसकी जगह अब मीनापुर अंचल इंस्पेक्टर नीरू कुमारी को थानेदार बनाया गया है लेकिन एसएसपी ने तबादले को सामान्य प्रक्रिया बताया है।
केस मैनेज करने का देती रही दवाब
बताया जा रहा है कि महिला थानेदार ने उलटा ही पीड़िता की मां को हिरासत में ले लिया। इससे पहले भी वह 28 मार्च को पीड़िता और साथ में गए लोगों को थाने में जबरन रोकर रखा था। पीड़िता के भाई ने थानेदार आभा रानी पर केस करने के बजाय मैनेज करने के दबाव देने का गंभीर आरोप लगाया है। कहा कि वह केस दर्ज करने को लेकर डेढ़ लाख रुपए की मांग की थी। भाई ने आरोप लगा है कि शनिवार को बैकडेट में केस दर्ज किया गया। बता दें कि बच्ची के रिश्तेदार 27 मार्च को पीडि़ता के घर गए थे । बच्ची ने गेट खोला तो उससे जबरन स्कूटी पर बैठाकर ले गया और सुनसान जगह पर उसके साथ रेप किया। लेकिन एसएसपी ने बताया कि जांच में रेप की पुष्टि नहीं हुई। अंग में कोई जख्म नहीं है। परिवार वालों ने साक्ष्य को नष्ट कर दिया। उनके खिलाफ भी मामला दर्ज किया जाएगा।