बताइये देश में क्या-क्या चल रहा है । देश के सबसे प्रतिष्ठित सिविल सर्विसेज की परीक्षा में भी फर्जीवाड़ा हो रहा है । इतना ही नहीं फर्जी कागज से परीक्षा पास कर वह डिप्टी कमिश्नर भी बन गया । बाद में जब सीबीआई जांच हुई तो खुलासा हुआ ।
बेतिया का राजेश कुमार देश की सबसे प्रमुख व प्रतिष्ठित संघ लोक सेवाआयोग(यूपीएससी )की परीक्षा 2007 में नवनीत कुमार बन गया और फर्जी प्रमाण पत्रमें हेराफेरी कर आईआरएस की परीक्षा पास कर सेन््ट्रल जीएसटी के कार्यालय पटना में मुख्य कमिश्नर के कार्यालय में डिप्टी कमिश्नर बन गया। इसका खुलासा सीबीआई ने अपनी जांच में किया है। सीबीआई ने अपनी जांच में पाया कि पश्चिमी चम्पारणके बेतिया का रहनेवाला राजेश कुमार और डिप्टी कमिश्नर बना नवनीत कुमार एक ही व्यक्ति है।
राजेश कुमार जन्म प्रमाण पत्र और शैक्षिक प्रमाण पत्र में हेराफरी कर नवनीत कुमार बन गया है। शिकायत मिलने पर सीबीआई पटना ने इस मामले में वर्ष 209 में जा’लसाजी,धो’खाधड़ी का एक मामला दर्जकर अनुसंधान किया। सीबीआई ने इस मामले में अनुसंधान पूरा करते हुए 30 जुलाई को पटनासीबीआई कोर्ट में राजेश कुमार उर्फ नबनीत कुमार उर्फ बब्लू निलंबित डिप्टी कमिश्नर के खिलाफ चार्जशीट दायर किया है। इसके बाद सीबीआई कोर्ट ने अपराध की विभिन्न धाराओं, जालसाजी और धोखाधड़ी के तहत मामले में संज्ञान लिया। कोर्ट ने इस मामले में आरोपित राजेश कुमार उर्फ नवनीत कुमार को सीबीआई कोर्ट में उपस्थित होने के लिए सम्मन जारी करने का निर्देश दिया है।
सीबीआई ने जांच में यह भी पाया कि राजेश कुमार, पिता जय नारायाण शर्मा, पश्चिमी चंपारण के बेतिया का निवासी है और जवाहर नवोदय विद्यालय में 1987 में पढ़ाई किया है। उसके जन्म प्रमाण पत्र में 15 दिसंबर 974 है। राजेश ने एक आप’राधिक साजिश के तहत अपन जन्म प्रमाणपत्र व शैक्षिक प्रमाण पत्र में हेराफेरी किया और यूपीएससी की परीक्षा 2007 में आईआरएस पास किया और सेन्ट्रल जीएसटी में डिप्टी कमिश्नर बन गया।