बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे लगभग सामने आ गए हैं. बिहार चुनाव में एनडीए ने 111 सीटों पर जीत हासिल कर ली है जबकि महागठबंधन को 94 विधानसभा सीटों पर जीत मिली है. इस बार के चुनाव में सबकी निगाहें द प्लूरल्स पार्टी की पुष्पम प्रिया चौधरी के ऊपर भी थीं, जो नोटा से भी हाट गई हैं. दोनों सीट पर पुष्पम की जमानत जब्त हो गई है. पुष्पम ने हार के बाद ईवीएम मशीन पर सवाल खड़ा किया है.
द प्लूरल्स पार्टी की पुष्पम प्रिया चौधरी इस बार बिहार की दो सीटों पर लड़ रही थीं, जिन्होंने ईवीएम में धांधली का आरोप लगाया है. पुष्पम प्रिया बिस्फी सीट से चुनावी मैदान में थीं, जिन्हें मात्र 1195 वोट मिले हैं. इस सीट पर नोटा (NOTA) को 2407 वोट मिले हैं, जो कि पुष्पम के वोट का दोगुना से भी ज्यादा है. इस सीट पर इनका जमानत जब्त हो गई है.
पुष्पम प्रिया ने खुद को बिहार में मुख्यमंत्री पद का दावेदार घोषित किया था. इन्होंने अखबारों में विज्ञापन देकर खुद को सीएम कैंडिडेट घोषित कर दिया था. वह पटना जिले के बांकीपुर सीट से भी चुनाव लड़ रही थीं. इस सीट पर इन्हें मात्र 2640 वोट मिले हैं. हालांकि बिस्फी सीट से यह ज्यादा है लेकिन जमानत बचाने के लिए यह नाकाफी है. यानी कि इस सीट पर भी पुष्पम की जमानत जब्त हो गई. इसके अलावा पटना की बांकीपुर सीट पर शत्रुघ्न सिन्हा के बेटे लव सिन्हा के अपोजिट पुष्पम प्रिया चुनाव लड़ रही थीं. बीजेपी की तरफ से यहां पर नितिन नवीन हैं जो कि यहां विधायक भी थे.
दोनों सीट पर चुनाव हारने के बाद पुष्पम ने हार का ठीकरा ईवीएम पर फोड़ा है. पुष्पम ने ट्वीट कर लिखा कि ‘बिहार में ईवीएम हैक कर लिया गया. जहां कार्यकर्ताओं ने मेरे सामने अंदर जाकर वोट डाला, उन बूथों पर मुझे 0 वोट है. हमारी पार्टी धांधली से निपटने के लिए तैयार नहीं थी और सत्ताधारी दल ने हमारे वोट खींच लिए. चोरी किये, ठीक है! उन मशीनों को छोड़ देते जो हमारे बूथों पे थे, वो भी 0 कर दिये.’