नगर निगम ने अपने स्तर से छठ पूजा की तैयारी शुरू कर दी है। निगम क्षेत्र में आने वाले 95 घाटों के लिए टेंडर निकाला गया है। टेंडर की प्रक्रिया पूरी होने के बाद छठ घाटों को तैयार करने का काम शुरू किया जाएगा। अगर कोरोना को लेकर अभी जैसे हालात नवंबर महीने में भी रहेंगे तो उस समय परिस्थिति के मुताबिक सोशल डिस्टेंसिंग के साथ छठ पूजा कराने का निर्णय लिया जाएगा। अगर कोरोना महामारी पर नियंत्रण हो जाएगा तो फिर पिछले वर्ष की भांति छठ पूजा सामान्य माहौल में ही संपन्न होगा।
छठ पूजा में अभी दो महीने का समय बचा है। नवंबर महीने के तीसरे सप्ताह में छठ पूजा है। कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए निगम प्रशासन ने अभी से ही तैयारी शुरू कर दी है। जिन घाटों तक पहुंचने में पहुंच पथ खराब है, उन्हें दुरुस्त करने के लिए जल्द ही टेंडर निकाला जाएगा ताकि छठ व्रतियों को कोई परेशानी नहीं हो। पिछले वर्ष की भांति इस वर्ष भी छठव्रतियों को जिला प्रशासन और नगर निगम की ओर से सुविधाएं उपलब्ध करायी जाएंगी। गंगा का जलस्तर सामान्य होने पर सुरक्षित और खतरनाक घाटों को चिह्नित किया जाएगा। इससे पहले प्रत्येक घाटों को तैयार करने के लिए एजेंसियों का चयन टेंडर के जरिए किया जाएगा।
छठ घाटों पर निगम देगा बेहतर सुविधा
प्रत्येक घाटों पर पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था करना है। छठ व्रतियों की सुरक्षा के लिए गंगा में बैरिकेडिंग करना। महिला और पुरुष के लिए यूरिनल एवं पेयजल की व्यवस्था। घाटों की सफाई और चेंजिंग रूम बनाना है। पहुंच पथ से लेकर घाटों तक रोशनी की व्यवस्था करना है। घाटों पर ब्लीचिंग पावडर का छिड़काव करना है। वॉच टावर का निर्माण, नियंत्रण कक्ष आदि कार्य किए जाएंगे। वहीं बहुत जल्द ही निगम स्तर पर नगर आयुक्त छठ पूजा की तैयारी को लेकर समीक्षा बैठक करेंगे। साथ कोरोना संक्रमण से उत्पन्न स्थिति पर भी नजर रहेगी।
निगम के हिस्से में जितने छठ घाट आते हैं। वहां छठ पूजा की तैयारी के लिए घाटों का टेंडर निकाला गया है। नवंबर महीने में जैसे हालात रहेंगे, उसके हिसाब से रणनीति बनेगी। घाटों की सफाई से लेकर न्यूनतम सुविधाएं उपल्ब्ध कराने के लिए टेंडर निकाल दिया गया है। –हिमांशु शर्मा, नगर आयुक्त, नगर निगम