स्ट्रांग रूम में बंद ईवीएम पर निगरानी के लिए दोनों गठबंधनों ने पूरी रणनीति बनाई है। इस रणनीति के तहत एनडीए के घटक दलों जदयू, भाजपा, वीआईपी व हम तथा महागठबंधन में शामिल राजद, कांग्रेस और वाम दलों ने अपने विशेष कार्यकर्ताओं की तैनात की है। तैनात किए जाने वाले लोग पूरी रात जागेंगे। इस तरह स्ट्रांग रूम के बाहर करीब साठ घंटे खासतौर पर विपक्षी दल नजर रखेंगे।
जानकारी के मुताबिक महागठबंधन ईवीएम के साथ किसी तरह की गड़बड़ी न हो, इसके लिए खुद सतर्क हैं। उसने प्रत्येक जिला मुख्यालय पर पांच से सात लोगों को स्ट्रांग रूम के इर्द -गिर्द रहने के लिए कहा है। ये लोग रात भर जागेंगे। स्ट्रांग रूम में कौन अंदर जा रहा है और कौन बाहर निकल रहा है, इसके बारे में यह जानकारी जुटाएंगे। राजद और उसके सहयोगी दलों की तरफ से तैनात किए गए सभी लोग शिफ्टों में निगरानी रखेंगे।
महागठबंधन सूत्रों के मुताबिक इस तरह कार्यकर्ता प्रत्येक जिला मुख्यालयों पर तैनात किए गए हैं। यह लोग अपनी-अपनी पार्टियों के आलाकमान को सूचित करेंगे। इसकी जानकारी आयोग को भी देंगे। दरअसल महागठबंधन इस चुनाव में किसी भी तरह की लापरवाही नहीं करना चाहता है। इसलिए पार्टी ने यह कदम उठाया है।
इससे पहले मतदान केंद्रों से चलने वाली पोलिंग पार्टी पर नजर रखने के लिए दल सतर्क है। उल्लेखनीय है कि स्ट्रांग रूम के बाहर निगरानी के लिए राजनीति दलों को निगरानी के लिए अनुमति भी दे सकता है। इसके लिए जिला निर्वाचन अधिकारी को अधिकार दिए गए हैं।