बिहार पुलिस के कुछ जवानों की बड़ी कारस्तानी उजागर हुई है। आरोप है कि राज्य पुलिस के कुछ जवान छटे हुए गुंडों के साथ मिलकर गैंग चलाते हैं और फिरौती मांगने का धंधा भी करते हैं। इस मामले में पुलिस ने 7 लोगों को गिरफ्तार किया है जिसमें 4 पुलिस वाले और 3 बदमाश शामिल हैं। बताया जा रहा है कि यह पुलिस वाले फिरौती गैंग चलाते थे और अपहरण के बाद रंगदारी की रकम भी मांगा करते थे। इस मामले का भंडाफोड़ होने के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है।
पुलिसवालों और गुंडों की सांठगांठ की पोल कैसे खुली? इसकी कहानी भी काफी दिलचस्प है। दरअसल बीते 29 फरवरी को लालगंज की रहने वाली एक महिला खुश्बू कुमारी ने हाजीपुर सदर थाने में अपनी रिपोर्ट दर्ज कराते हुए कहा था कि कुछ बदमाशों ने उनके पति शिव पूजन का अपहरण कर लिया है और उन्हें फोन कर उनके पति को छोड़ने के एवज में उनसे 1 लाख रुपए की रंगदारी की मांग की गई है।
इस महिला ने पुलिस को मोनू कुमार और अनिल नाम के दो बदमाशों के बारे में सुराग दिया था। अपहरण का यह मामले बेहद संगीन था लिहाजा इसकी जांच वैशाली के एसपी डॉक्टर गौरव मंगला खुद कर रहे थे। मामले की जांच में जुटी पुलिस को कुछ तकनीकि जानकारियां मिली थीं जिसके आधार पर पुलिस केस में आगे बढ़ रही थी। इस महिला के द्वारा रिपोर्ट दर्ज कराए जाने के कुछ ही समय बाद Panther-mobile team के एक पुलिस जवान के साथ लूटपाट हो जाने की खबर ने पुलिस की नींद उड़ा दी। अनिल कुमार मांझी नाम के इस जवान ने बताया कि कुछ बदमाशों ने अचानक उनपर हमला कर दिया और उनसे उनका सर्विस रिवॉल्वर लूट लिया गया।
लूटपाट में घायल जवान का इलाज चल रहा था और पुलिस उसकी निशानदेही पर उस जगह पर पहुंची जहां उसपर हमला हुआ था। लेकिन घटनास्थल पर जाकर मुआयना करने के दौरान पुलिस को वहां से अपह्रत शिव पूजन का सेलफोन मिल गया। इसके बाद पुलिस को अपने ही पैंथर-मोबाइल टीम के जवान पर शक हो गया। जांच टीम के सदस्यों ने जब जख्मी जवान से पूछताछ शुरू की तब इस मामले की पोल खुलती चली गई। पुलिस ने पूछताछ के आधार पर सबसे पहले अगवा किये गये शिवपूजन को एक बदमाश संटू कुमार के घर से छुड़ा लिया। पता चला कि पुलिस के कुछ जवान नामी गुडों के साथ मिलकर फिरौती गैंग चला रहे हैं। यह गैंग लोगों का अपहरण कर उनसे वसूली का काम करता है। यह भी पता चला कि शिवपूजन को अगवा करने के बाद किडनैपर्स और पुलिस ने मिलकर साथ में पार्टी की थी। अत्यधिक शराब के नशे में होने की वजह से अनिल कुमार मांझी की सड़क पर किसी से लड़ाई हुई थी और फिर उसने पुलिस के सामने मनगढ़ंत कहानी बनाकर उन्हें बरगलाने की कोशिश की थी।