बिहार में अगले कुछ ही महीनों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. राजनीतिक पार्टियां बिहार चुनाव के लिए कमर कस चुकी हैं. इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आज बिहार में पेट्रोलियम क्षेत्र से संबंधित तीन प्रमुख परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित करेंगे.
आज का दिन बिहार के लिए काफी अहम होने वाला है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दोपहर 12 बजे पेट्रोलियम सेक्टर से जुड़े तीन प्रमुख प्रोजेक्ट राष्ट्र को समर्पित करेंगे. इस दौरान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी मौजूद होंगे. इन परियोजनाओं में पारादीप-हल्दिया-दुर्गापुर पाइपलाइन के दुर्गापुर-बांका खंड का विस्तार और दो एलपीजी बॉटलिंग प्लांट शामिल हैं. उन्हें पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के तत्वावधान में इंडियन ऑयल और एचपीसीएल, पीएसयू के जरिए कमीशन किया गया है।
इंडियन ऑयल के जरिए निर्मित 193 किलोमीटर लंबी दुर्गापुर-बांका पाइपलाइन खंड, पारादीप-हल्दिया-दुर्गापुर पाइपलाइन विस्तार परियोजना का एक हिस्सा है. जिसके लिए 17 फरवरी 2019 को प्रधानमंत्री ने आधारशिला रखी थी. दुर्गापुर-बांका खंड बिहार में बांका में नए एलपीजी बॉटलिंग संयंत्र के लिए मौजूदा 679 किलोमीटर लंबी पारादीप-हल्दिया-दुर्गापुर एलपीजी पाइपलाइन का विस्तार है.
14” व्यास की पाइपलाइन तीन राज्यों से होकर गुजरती है. इसमें पश्चिम बंगाल (60 किमी), झारखंड (98 किमी), और बिहार (35 किमी) शामिल है. वर्तमान में एलपीजी इंजेक्शन पारादीप रिफाइनरी, हल्दिया रिफाइनरी और आईपीपीएल हल्दिया से पाइपलाइन प्रणाली में बनाया जा सकता है. पूरी परियोजना के पूरा होने पर एलपीजी इंजेक्शन की सुविधा पारादीप आयात टर्मिनल और बरौनी रिफाइनरी से भी उपलब्ध होगी.
बांका स्थित इंडियन ऑयल का एलपीजी बॉटलिंग प्लांट राज्य में एलपीजी की बढ़ती मांग को पूरा करते हुए आत्मनिर्भर बिहार को बढ़ावा देगा. यह बॉटलिंग प्लांट बिहार के भागलपुर, बांका, जमुई, अररिया, किशनगंज और कटिहार जिलों के साथ-साथ झारखंड के गोड्डा, देवघर, दुमका, साहिबगंज और पाकुड़ जिलों में लगभग 131.75 करोड़ रुपये के निवेश से बनाया गया है. 1800 एमटी की एलपीजी भंडारण क्षमता और हर रोज 40,000 सिलेंडर की बॉटलिंग क्षमता के साथ यह संयंत्र बिहार राज्य में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के अवसर भी लाएगा.
एचपीसीएल के 120 टीएमटीपीए एलपीजी बॉटलिंग प्लांट का निर्माण पूर्वी चंपारण जिले के हरसिद्धि में 136.4 करोड़ रुपये में किया गया है. इस संयंत्र का निर्माण 29 एकड़ भूमि पर किया गया है और पीएम मोदी ने 10 अप्रैल 2018 को इसकी आधारशिला रखी थी. बॉटलिंग प्लांट बिहार में पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, मुजफ्फरपुर, सिवान, गोपालगंज और सीतामढ़ी जिलों की एलपीजी आवश्यकता को पूरा करेगा.