बिहार विधानसभा और विधान परिषद् के चुनाव को लेकर उम्मीदवार अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्र में प्रचार प्रसार कर रहे हैं. इस दौरान सत्ताधारी दल के नेताओं और एनडीए समर्थित उम्मीदवारों को लोगों की नाराजगी का भी सामना करना पड़ रहा है. तिरहुत स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के एनडीए समर्थित उम्मीदवार देवेश चंद्र ठाकुर को भी भारी विरोध का सामना करना पड़ा है. इन्हें काला झंडा दिखाकर शिक्षकों ने मुर्दाबाद के नारे लगाए.
मामला वैशाली जिले के राघोपुर प्रखंड का है. जहां एनडीए समर्थित उम्मीदवार देवेश चंद्र ठाकुर को शिक्षकों की नाराजगी का भी सामना करना पड़ रहा है. नियोजित शिक्षकों ने उन्हें काला झंडा दिखकर मुर्दाबाद के नारे लगाए हैं. बताया जा रहा है कि राघोपुर में एनडीए प्रत्याशी देवेश चंद्र ठाकुर चुनाव प्रचार पर निकले थे. चुनाव प्रचार के दौरान काले झंडे लेकर स्थानीय शिक्षकों ने देवेश चंद्र ठाकुर की गाड़ी को घेर लिया और जमकर नारेबाजी करने लगे.
शिक्षकों की नाराजगी देखकर देवेश चंद्र ठाकुर ने उनसे बात करने की कोशिश की. वह अपनी गाड़ी से उतरे और उन्होंने शिक्षकों को समझाने की कोशिश की. लेकिन इसके बावजूद भी शिक्षकों का विरोध जारी रहा. उन्होंने विरोध में काले झंडे दिखाए और मुर्दाबाद के नारे लगाते रहे. आपको बता दें कि तिरहुत स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से एनडीए ने इन्हें अपना उम्मीदवार बनाया है. इस सीट पर 22 अक्टूबर को मतदान होना है.