प्रशासन द्वारा बनाये गए क्वारेंटाइन सेंटर (Quarantine Center) में एक व्यक्ति के आत्महत्या के बाद हड़कंम्प मच गया। मामले की गंभीरता को देखते मौके पर डीएम और एसएसपी भी पहुंचे। मृतक विनोद यादव दिल्ली में रहकर मजदूरी करता था और लॉकडाउन में दिल्ली से दरभंगा पंहुचा था। जिला प्रशासन ने उसे कोरोना संदिग्ध मान 14 दिनों के लिए सिमरी थाना इलाके के कमरौली उत्क्रमित हाई स्कूल के क्वारेंटाइन सेंटर में रख दिया था। मौके पर पहुचे डीएम, एसएसपी ने तत्काल पूरी जानकारी लेने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए डीएमसीएच भेज दिया।
क्वारेंटाइन सेंटर में मौत की खबर सुन इलाके के RJD विधायक भोला यादव भी मौके पर पहुंचे और सरकार द्वारा बनाये क्वारेंटाइन सेंटर पर सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार पूरी तरह विफल है। कहीं कोई व्यवस्था नहीं है। साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार की देखरेख में मौत हुई है, ऐसे में मृतक के परिजन को 50 लाख रुपये की मुआवजा सरकार दे।
परिवार का आरोप
मृतक के मां सुजान देवी के साथ आए मृतक के बेटे पंकज कुमार ने बताया कि उनकी मौत कैसे हुई यह उन्हें नहीं पता, लेकिन जिस खिड़की से फंदे लगाकर मौत की बात बताई जा रही है, उस पर शक जरूर होता है। मृतक के पुत्र ने कहा कि पिता को टीवी की बीमारी जरूर थी, लेकिन इलाज़ के बाद वह स्वस्थ हो गये थे और बीती रात भी बात और मुलाक़ात हुई लेकिन कोई ऐसी बात उन्होंने नहीं बताई।
डीएम बोले- तनाव में था मृतक
इधर मौके पर पहुंचे डीएम त्याग राजन ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि मृतक विनोद यादव टीवी बीमारी से ग्रसित था जिस वजह से वो मानसिक तनाव में रहता था। हालांकि आत्महत्या के पीछे परिवारिक कारण को भी देखा जा रहा है और पूरे मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है। वहीं मौके पर पहुंचे एसएसपी बाबू राम ने घटना की जांच तत्काल शुरू कर दी वाहन मौजूद चौकीदार के साथ क्वारेंटाइन में रह रहे दो और शख्स से पूछताछ की। एसएसपी ने मीडिया को बताया कि फ़िलहाल मामले की जांच की जा रही है। जांच में ये बात सामने आई है कि मृतक टीवी का पूर्व से मरीज था।