जदयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर अगले साल होने वाले बिहार विधानसभा के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के साथ सीट शेयरिंग पर बयान देकर विवाद में फंस गए हैं । एक तो उन्हें अपनी पार्टी में राज्यसभा सदस्य आरसीपी सिंह जैसे वरिष्ठ नेता के मुखर विरोध का सामना करना पड़ रहा है , दूसरे उपमुख्यमंत्री और भाजपा के दिग्गज नेता सुशील मोदी ने भी उनपर हमला बोल दिया है । भाजपा के कई अन्य नेता भी उन पर पलटवार कर रहे हैं ।
सुशील मोदी ने प्रशांत किशोर पर तंज कसते हुए कहा कि वह एक चुनावी डाटा जुटाने वाले और नारा गढ़ने वाले कंपनी को चलाने वाले व्यक्ति हैं, जो राजनीति में आ गए हैं। जहां तक बात रही सीटों के तालमेल पर निर्णय की, तो सही समय आने पर दोनों दलों का शीर्ष नेतृत्व इसपर भी विचार करेगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बिहार विधानसभा का चुनाव लड़ा जाएगा।
2020 का विधानसभा चुनाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ा जाना तय है। सीटों के तालमेल का निर्णय दोनों दलों का शीर्ष नेतृत्व समय पर करेगा। कोई समस्या नहीं है।
लेकिन जो लोग किसी विचारधारा के तहत नहीं, बल्कि चुनावी डाटा जुटाने और नारे……. pic.twitter.com/aCIUmFkFgL
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) December 30, 2019
उन्होंने कहा कि प्रशांत किशोर जो कुछ बोल रहे हैं वो गठबंधन धर्म के खिलाफ है। बिहार एनडीए में जेडीयू को बड़ा भाई बताने वाले प्रशांत किशोर के बयान पर उन्होंने कहा कि ऐसे बयान देकर वे महागठबंधन को फायदा पहुंचा रहे हैं।
सुशील मोदी ने प्रशांत किशोर पर तंज कसते हुए कहा कि वह एक चुनावी डाटा जुटाने वाले और नारा गढ़ने वाले कंपनी को चलाने वाले व्यक्ति हैं, जो राजनीति में आ गए हैं। उन्होंने अपने ट्विटर पर लिखा, ‘एक लाभकारी धंधे में लगा व्यक्ति पहले अपनी सेवाओं के लिए बाजार तैयार करने में लगता है, देश हित की चिंता बाद में करता है।
इससे पहले प्रशांत किशोर ने जेडीयू को बड़ा भाई बताते हुए कहा था कि उन्हें बीजेपी से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ना चाहिए। इसके जवाब में सुशील मोदी ने कहा कि अगले साल का बिहार विधानसभा चुनाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ा जाएगा।