मुफस्सिल थाने पर ध्वजारोहण के साथ ही पुलिस कर्मी फोटो खिंचाने के चक्कर में तिरंगे के साथ भारत माता का सम्मान तक भूल गए। झंडोत्तोलन के लिए ध्वजारोहण स्थल पर बनाए गए तिरंगा व भारत माता के प्रतीक चिह्न को ही जूते से राैंद डाला। मुफस्सिल थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर विक्रम आचार्या, जमादार कुंदन कुमार, जमादार एस मांझी, पुलिस पुलिस मेंस एसोसिएशन के निवर्तमान अध्यक्ष मुकेश कुमार समेत थाने के सेक्टर मोबाइल व थानागार्ड के सिपाही के साथ ही सामाजिक कार्य करने वाले एक एनजीओ के कर्मी ने देशभक्ति को पांव तले रौंद डाला। इस मामले में एसपी विकास बर्मन ने मुख्यालय डीएसपी विजय कुमार को पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट देने को कहा है। रविवार को मुख्यालय डीएसपी विजय कुमार ने जांच शुरू कर दी है। उन्होंने स्थल निरीक्षण के बाद थाने के पुलिस कर्मियों को बयान के लिए उपस्थित होने को कहा है।
मामले को गंभीरता से लिया गया है। डीएसपी मुख्यालय को जांच कर रिपोर्ट देने को कहा गया है। रिपोर्ट आने के बाद इस मामले में दोषी पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई होगी। -विकास बर्मन, एसपी
मामला पुलिस कर्मियों से जुड़ा है। एसपी खुद इस मामले को देख रहे हैं। नियमानुसार कार्रवाई होगी। –शशांक शुभंकर, डीएम
राष्ट्रीय पर्व में उत्साह के दौरान फोटो खिंचाने के दौरान भूल हो गई। इस भूल के लिए सार्वजनिक रूप से क्षमा मांगता हूं। –विक्रम आचार्या, इंस्पेक्टर सह थानाध्यक्ष
झंडा के अपमान में क्या हो सकता है : एक न्यायिक पदाधिकारी ने बताया कि भारतीय ध्वज आचार संहिता 2002 व राष्ट्रीय गौरव अपमान निवारण अधिनियम 1971 की धारा-2 के तहत तीन वर्ष की सजा व जुर्माना या फिर दोनों हो सकता है।
थानाध्यक्ष से लेकर पुलिस मेंस एसो. अध्यक्ष तक शामिल : फोटो में पुलिस कर्मियों के बीच मुफस्सिल थानाध्यक्ष विक्रम आचार्या हैं। दाएं से जींस शर्ट में एनजीओ कर्मी, बगल में सेक्टर मोबाइल नवनीत कुमार, जमादार एस मांझी, थाना गार्ड, जमादार कुंदन कुमार, सेक्टर मोबाइल निशांत। बाएं से एक-दो तीन थाना गार्ड, चौथे नंबर पर सेक्टर मोबाइल आनंद कुमार, नागेंद्र कुमार व ललित कुमार हैं। (यह तस्वीर इसलिए प्रकाशित कर रहे हैं, ताकि इन्हें पहचान कर कार्रवाई की जा सके)।
ये हैं मुफस्सिल थाने के पुलिसकर्मी, जिन्होंने देश की रक्षा की कसमें खाईं, फिर देश के नक्शे पर पैर रख फोटो खिंचाए, बिहार पुलिस मेंस एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष मुकेश (कुर्ता-पायजामा में), अशोक चक्र पर पैर रखे नागेंद्र।
मुफस्सिल थाने पर ध्वजारोहण के साथ ही पुलिस कर्मी फोटो खिंचाने के चक्कर में तिरंगे के साथ भारत माता का सम्मान तक भूल गए। झंडोत्तोलन के लिए ध्वजारोहण स्थल पर बनाए गए तिरंगा व भारत माता के प्रतीक चिह्न को ही जूते से राैंद डाला। मुफस्सिल थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर विक्रम आचार्या, जमादार कुंदन कुमार, जमादार एस मांझी, पुलिस पुलिस मेंस एसोसिएशन के निवर्तमान अध्यक्ष मुकेश कुमार समेत थाने के सेक्टर मोबाइल व थानागार्ड के सिपाही के साथ ही सामाजिक कार्य करने वाले एक एनजीओ के कर्मी ने देशभक्ति को पांव तले रौंद डाला। इस मामले में एसपी विकास बर्मन ने मुख्यालय डीएसपी विजय कुमार को पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट देने को कहा है। रविवार को मुख्यालय डीएसपी विजय कुमार ने जांच शुरू कर दी है। उन्होंने स्थल निरीक्षण के बाद थाने के पुलिस कर्मियों को बयान के लिए उपस्थित होने को कहा है।
मामले को गंभीरता से लिया गया है। डीएसपी मुख्यालय को जांच कर रिपोर्ट देने को कहा गया है। रिपोर्ट आने के बाद इस मामले में दोषी पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई होगी। -विकास बर्मन, एसपी
मामला पुलिस कर्मियों से जुड़ा है। एसपी खुद इस मामले को देख रहे हैं। नियमानुसार कार्रवाई होगी। –शशांक शुभंकर, डीएम
राष्ट्रीय पर्व में उत्साह के दौरान फोटो खिंचाने के दौरान भूल हो गई। इस भूल के लिए सार्वजनिक रूप से क्षमा मांगता हूं। –विक्रम आचार्या, इंस्पेक्टर सह थानाध्यक्ष
झंडा के अपमान में क्या हो सकता है
एक न्यायिक पदाधिकारी ने बताया कि भारतीय ध्वज आचार संहिता 2002 व राष्ट्रीय गौरव अपमान निवारण अधिनियम 1971 की धारा-2 के तहत तीन वर्ष की सजा व जुर्माना या फिर दोनों हो सकता है।
थानाध्यक्ष से लेकर पुलिस मेंस एसो. अध्यक्ष तक शामिल : फोटो में पुलिस कर्मियों के बीच मुफस्सिल थानाध्यक्ष विक्रम आचार्या हैं। दाएं से जींस शर्ट में एनजीओ कर्मी, बगल में सेक्टर मोबाइल नवनीत कुमार, जमादार एस मांझी, थाना गार्ड, जमादार कुंदन कुमार, सेक्टर मोबाइल निशांत। बाएं से एक-दो तीन थाना गार्ड, चौथे नंबर पर सेक्टर मोबाइल आनंद कुमार, नागेंद्र कुमार व ललित कुमार हैं। (यह तस्वीर इसलिए प्रकाशित कर रहे हैं, ताकि इन्हें पहचान कर कार्रवाई की जा सके)।
ये हैं मुफस्सिल थाने के पुलिसकर्मी, जिन्होंने देश की रक्षा की कसमें खाईं, फिर देश के नक्शे पर पैर रख फोटो खिंचाए, बिहार पुलिस मेंस एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष मुकेश (कुर्ता-पायजामा में), अशोक चक्र पर पैर रखे नागेंद्र।