अब इलाज के लिए अस्पताल जाने की जरुरत नहीं है. एक ऐसा एप बनाया गया है जिसके माध्यम से डॉक्टर मरीज को उसके घर पर ही रहते हुए इलाज कर पायेंगे. इस एप का पहला प्रयोग सफल रहा है. जल्द ही यह सेवा शुरु की जायेगी. इस एप के सहारे पटना एम्स के साथ साथ देश के कई नामी डॉक्टर आपका ऑनलाइन इलाज करने में सक्षम होंगे.
ऐसा एक ऐप के माध्यम से संभव हुआ है. इस ऐप को पटना के शुभम शशांक और आदित्य पांडेय ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और रोबोटिक्स का इस्तेमाल कर तैयार किया. इन दोनों छात्रों ने इसे स्टार्टअप के तौर पर शुरू किया गया है. इस ऐप के बारे में पूछे जाने पर शुभम कहते हैं कि उनका ये ऐप कोविड-19 को देखते हुए तैयार किया गया है. फिलहाल इस ऐप का फोकस प्राइमरी हेल्थ केयर को बेहतर बनाने के लिए है जिसके लिए क्लाउडस्पिटल तैयार किया गया है.
कोरोना काल में लोगों को बेहतर स्वस्थ्य सुविधा देने के लिए क्लाउडस्पिटल ने पटना एम्स के कम्युनिटी आउट रिच एंड टेली मेडिसिन डिपार्टमेंट ने करार किया है. टेली मेडिसिन के हेड डॉ अनिल इस सेवा से काफी प्रभावित हैं. इस सुविधा को नवंबर में लोगों के लिए जारी कर दिया जायेगा. फ़िलहाल इस ऐप का सफल ट्रायल हो गया है. अभी इसमें और भी अधिक अच्छे डॉक्टरों को जोड़ने की प्रक्रिया जारी है.
इसके लिए आपको एप पर डॉक्टर्स सेलेक्ट करना होगा, उसके बाद दिये गये समय पर अपने नजदीकी क्लाउडस्पिटल सेंटर पर जाना होगा. सेंटर पर वीडियो कॉल पर डॉक्टर उपलब्ध होंगे. डॉक्टर वहां से मरीज को देखेंगे. मरीज ही क्लाउडस्पिटल सेंटर पर मौजूद स्टेथोस्कोप को खुद से लगायेंगे और स्टेथोस्कोप का रिजल्ट डॉक्टर के पास शो करेगा. दिव्यांग जनों के लिए वहां पर विशेष सुविधाएं दी गयी हैं. दिव्यांग के लिए रोबोटिक्स स्टेथोस्कोप काम करेगा.
क्लाउडस्पिटल सेंटर पर पेशेंट का हार्ट बीट, बीपी, शरीर का तापमान, वजन, डीएमआइ, बॉडी मास इंडेक्स, फैट प्रतिशत, मेटाबॉलिक एज आदि की जानकारी मशीन से ही डॉक्टर के पास चली जायेगी. पेशेंट को देखने के बाद डॉक्टर के इलाज का विवरण पेशेंट के मोबाइल और इमेल आइडी पर चला जायेगा. साथ ही दवाओं की जानकारी भी दे दी जायेगी. इस ऐप पर शीर्ष स्तर के हृदय रोग विशेषज्ञों, कैंसर विशेषज्ञों, स्त्री रोग विशेषज्ञों, जेनरल फिजिसियन के साथ अन्य विशेषज्ञों से सलाह लेने की सुविधा मिलेगी. इसके साथ फिजियोथेरेपी की सुविधाएं भी मिलेगी.