कहते हैं जाको राखे साईयां मार सकें न कोय । यह कहानी बिहार के नफीस के उपर सटीक बैठती है । कोरोना संकट के इस माहौल में जीवन रक्षक दवाई रेमडेसिविर को पाना ठीक वैसा ही है जैसे अमृत मिल जाना । और ऐसे समय में अवतरित हुए जाप सुप्रीमों और पूर्व सांसद पप्पू यादव और एक फोन कॉल पर दिल्ली से दवाई मंगवाकर दरभंगा पहुँचवाया ।
देश में कोरोना का कहर जारी है। बिहार में भी कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। हालत ऐसी है कि अस्पताल में एडमिट मरीजों को रेमडेसिविर इंजेक्शन तक उपलब्ध नहीं है। ऐसे में कोरोना काल में जरूरतमंदों के लिए पप्पू यादव मददगार बने हुए हैं। पप्पू यादव को जब एक शख्स ने फोन किया और अस्पताल में रेमडेसिविर इंजेक्शन नहीं होने की जानकारी दी। जिसके बाद पप्पू यादव ने मरीज के लिए दिल्ली से इंजेक्शन को मंगवाया और मरीज की मदद की।
दरभंगा के रहने वाले नफीस खान ने बताया कि उनकी मौसी की तबीयत काफी खराब है। वे एक सप्ताह से पटना के पारस हॉस्पिटल में एडमिट हैं। अस्पताल में रेमडेसिविर इंजेक्शन उपलब्ध नहीं होने से वे काफी परेशान थे। इस संबंध में उन्होंने डीएम समेत कई लोगों से मदद की गुहार लगाई थी। लेकिन किसी ने भी उनकी मदद नहीं की। सभी जगहों से असफलता मिलने के बाद नफीस खान ने जाप प्रमुख पप्पू यादव को फोन पर अपनी समस्याएं बताई। जिसके बाद पप्पू यादव ने उनकी समस्याएं सुनी और दिल्ली से इंजेक्शन मंगवा कर उन्हें बुलाया और इंजेक्शन सौंपा।
इस विकट परिस्थिति में पप्पू यादव ने उनकी मदद की। नफीस खान ने इसके लिए पप्पू यादव को धन्यवाद दिया है। नफीस खान ने बताया कि अस्पताल में इंजेक्शन का इंतजाम नहीं हो पाया ऐसी स्थिति में पप्पू यादव उनकी मदद के लिए सामने आए। यदि इंजेक्शन की व्यवस्था नहीं होती तो मरीज की स्थिति और बिगड़ जाती।