जन अधिकार पार्टी (लो) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मधेपुरा के पूर्व सांसद पप्पू यादव ने आज सोशल मीडिया कैंपेन “बिहार बचा लो मौका है” की शुरूआत की। राज्य भर से 50000 से ज्यादा कार्यकर्ताओं ने फेसबुक लाइव के माध्यम से बिहार बचाने का आह्वान किया। मजदूरों को अपराधी कहने वाली सरकार से सार्वजनिक माफी की मांग करते हुए पप्पू यादव ने कहा कि सरकार की गलत नीतियों के कारणलॉक डाउन में 500 लोग भूख से मर गए, । लॉक डाउन में “कास्तकार, छोटे और मंझोले व्यापारी, का कारोबार बंद हो गया है। सरकार ने बेसहारा छोड़ दिया है। छात्रों के साथ भी बिहार सरकार ने सौतेला व्यवहार किया। इस कारण बिहार की बदहाली के जिम्मेवार नीतीश कुमार को इस्तीफा देना चाहिए।
बिहार बचा लो मौका है कार्यक्रम की शुरुवात करते हुए पप्पू यादव ने आज मंदिरी स्थित आवास पर दरभंगा से आई ज्योति को साइकिल बर्तन और राशन बांटा। पप्पू यादव आज हजारों लोंगो के बीच थाली लोटा और ग्लास सहित आर्थिक मदद की। इस दौरान उन्होंने कहा कि मेरा प्रयास रहता है कि मैं गरीबों की थाली में राशन की व्यवस्था करू। पप्पू यादव ने सरकार मांग की कि प्रवासी मजदूरों को कम से कम 7000 रूपये और बेरोजगारों को 10,000 रुपए मिले। जिन किसानों की फसल इस लॉकडाउन के कारण बर्बाद हुई हैं उनके खातें में खाद और बीज के लिए 12,000 रुपये सरकार दे। मनरेगा के कार्यदिवस को 200 से बढ़ाकर 300 दिन किया जाए और न्यूनतम मजदूरी 300 रुपया बढ़ाया जाए।