बिहार में कोटा से छात्रों की वापसी का मामला बढ़ा होता जा रहा है। पटना विश्वविद्यालय गेट पर कोटा के छात्रों को वापस लाने की मांग को आद छात्रों ने प्रदर्शन किया। प्रदर्शन कर रहे पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ अध्यक्ष मनीष कुमार और उनके साथी छात्रों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
ये सभी छात्र लॉक डाउन के दौरान पटना विश्वविद्यालय गेट आज कोटा के छात्रों को वापस लाने के लिए धरने पर बैठने आये थे, लेकिन बैठने के साथ ही वहां पीरबहोर पुलिस पहुंच गई और छात्रों को गिरफ्तार कर ली। इस दौरान पुलिस और छात्रों के बीच जमकर झड़प भी हुई।
छात्रों की गिरफ्तारी पर जन अधिकार पार्टी के संरक्षक पप्पूड़ यादव जी काफी नाराज हुए और उन्होवने नीतीश कुमार को जमकर लताड़ा । अपने ट्वीटर अकांउट से उन्होरने नीतीश कुमार को हृदयहीन कहते हुए लिखा है कि ये उनके अंत की शुरूआत है ।
शर्म कब आएगी नीतीश जी?
अंतरात्मा कब जागेगी?कोटा से बिहारी छात्रों की वापसी की मांग को लेकर आंदोलनरत PU छात्रसंघ अध्यक्ष मनीष जी, जन अधिकार छात्र परिषद के प्रदेश अध्यक्ष विशाल जी आदि छात्र नेताओं की गिरफ्तारी आपके अंत की शुरुआत है CM साहब!
उखाड़ फेंकेंगे इस हृदयहीन सरकार को! pic।twitter।com/bt6vlVjrMj
— Sewak Pappu Yadav (@pappuyadavjapl) April 28, 2020
क्या है पूरा मामला
राजस्थान के कोटा में लॉकडाउन की वजह से उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, असम, बिहार समेत कई प्रदेशों के बच्चे फंस गए थे। यह बच्चे यहां कोचिंग करते हैं। बिहार को छोड़कर बाकी सभी प्रदेशों ने अपने बच्चों को वापस बुला लिया है, लेकिन बिहार की नीतीश सरकार ने बच्चों को वापस न बुलाने का फैसला किया।
नीतीश सरकार के फैसले के खिलाफ कोटा में बच्चों ने प्रदर्शन किया तो अब पटना में विश्वविद्यालय के छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं। इस बीच सीएम नीतीश कुमार ने कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए एक नीति की मांग की है। उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय की ओर से आवाजाही की इजाजत नहीं है तो फिर कैसे बच्चे बुलाए जा रहे हैं।