गरीबों को मदद पहुंचाने के लिए के लिए सरकार की तरफ से एक देश एक राशन कार्ड योजना की शुरुआत की जा रही है.1 जून से इस योजना की शुरुआत हो जाएगी.इसके तहत कोई भी व्यक्ति किसी भी जगह पर राशन ले सकता है.वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आर्थिक पैकेज के एलान के दौरान इसका जिक्र किया था.
पहले का जो सिस्टम था उसके मुताबिक अगर आपके पास राशन कार्ड है तो आप सिर्फ उसी जिले से राशन ले सकते हैं.यदि आप वहां से दूसरे जिले में गए तो आपका वो राशन कार्ड वहीं काम नहीं करेगा.लेकिन इस योजना के मुताबिक अब लोग देश के किसी भी कोने से राशन ले सकते हैं.
ऐसे होगी लाभार्थियों की पहचान
इस सरकारी योजना के तहत पीडीएस के लाभार्थियों की पहचान उनके आधार कार्ड पर इलेक्ट्रॉनिक प्वाइंट ऑफ सेल से की जाएगी.देश में इस योजना को लागू करने के लिए सभी पीडीएस दुकानों पर पीओएस मशीनें लगाई जाएंगी.जैसे ही राज्य सभी पीडीएस दुकानों पर पीओएस मशीन की रिपोर्ट देंगे, वैसे ही उन्हें ‘एक देश, एक राशन कार्ड’ योजना में शामिल कर लिया जाएगा.
काम दाम मिलेगा चावल-गेहूं
राशन कार्ड धारकों को पांच किलो चावल तीन रुपये किलो की दर से और गेहूं दो रुपये किलो की दर से मिलेगा. कार्ड दो भाषाओं में – स्थानीय भाषा और हिन्दी अथवा अंग्रेजी में जारी होगा.इसके साथ ही 18 साल से कम उम्र के बच्चे का माता-पिता के राशन कार्ड में जोड़ा जाएगा.लेकिन यदि कोई 18 साल से उपर का है तो उसका खुद का राशन कार्ड होगा.इसके साथ ही राशन कार्डको आधार से लिंक करवाना जरुरी होगा.इसकी अवधी 30 सितंबर तक निर्धारित की गई है.हालांकि अभी जिसका राशन कार्ड आधार से लिंक नहीं है उसे भी राशन मिलेगा लेकिन आधार से लिंक करवाना जरुरी है.