बिहार विधानसभा की 5 सीटों और लोकसभा की एक सीट पर होने वाले उपचुनाव में सीटों के बंटवारे को लेकर महागठबंधन के सभी घटक दल आमने-सामने आ गए हैं । महागठबंधन में सहयोगी दल हम पार्टी के प्रमुख ने तो तेजस्वी यादव पर सीधा हमला बोल दिया है । उन्होंने कहा है कि तेजस्वी यादव के लक्षण विधानसभा सत्र से ही ठीक नहीं लग रहे हैं ।
वहीं हम के प्रवक्ता दानिश रिजवान ने भी राजद पर निशाना साधते हुए कहा है कि महागठबंधन की कल्पना राजद के बिना भी की जा सकती है। दरअसल आरजेडी के चार सीटों पर अपने प्रत्याशी और एक विधानसभा के साथ ही लोकसभा सीट कांग्रेस को देने को लेकर बाकी घटक दलों ने विरोध करना शुरू कर दिया है।
अलग-अलग दुकान चलाने से कोई फायदा नहीं होगा
महागठबंधन में चल रहे घमासान के बीच राजद के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह ने बड़ा बयान दिया है। राजद नेता रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा कि जीतन राम मांझी, मुकेश सहनी और उपेन्द्र कुशवाहा को चाहिए कि आरजेडी में विलय कर लें। उन्होंने कहा कि विलय से सीटों को लेकर चल रहा सारा विवाद खत्म हो जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि सीटों के बंटवारे को लेकर विवाद से राजनीति पर बुरा असर पड़ता है। अलग-अलग सियासी दुकान चलाने से किसी को कोई फायदा नहीं होने वाला है।
नाथनगर से चुनाव लड़कर अपनी क्षमता आंक लें मांझी
उधर महागठबंधन के विवाद पर आरजेडी नेता शिवानंद तिवारी ने कहा कि बिहार कांग्रेस के सभी नेता चुनाव ही लड़ना चाहते हैं। कांग्रेस नेताओं को नसीहत देते हुए शिवानंद तिवारी ने कहा कि अच्छा होगा कि महागठबंधन को लेकर बिहार कांग्रेस के नेता आलाकमान के निर्देशों को मानें। वहीं जीतन राम मांझी को लेकर शिवानंद तिवारी ने कहा कि अब उनकी उम्र हो गई है, तेजस्वी के साथ कंपीटिशन न करें। मांझी पर तंज करते हुए उन्होंने कहा कि जहां तक नाथनगर सीट का सवाल है तो मांझी जी वहां से चुनाव लड़कर अपनी क्षमता का आकलन कर लें।
बता दें कि पिछले कुछ दिनों से उपचुनाव में सीट शेयरिंग को लेकर महागठबंधन में भयंकर धमासान हो गया था । राजद उन सीटों पर अपना उम्मीदवार उतार दिया है जिसपर अन्य सहयोगी दल अपना दावा कर रहे थे ।