विधानसभा चुनाव के पहले गोपालगंज नरसंहार को लेकर कास्ट पॉलिटिक्स से गर्म कर चुके नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव में अब एक बार फिर से नया कार्ड खेला है। तेजस्वी यादव के बाद अब भूमिहारों की लड़ाई लड़ने का भी एलान कर दिया है। गोपालगंज में मारे गए बीजेपी नेता कृष्णा शाही को न्याय दिलाने के लिए भी तेजस्वी संघर्ष करेंगे। नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाया है कि कृष्णा शाही की हत्या के पीछे भी जेडीयू विधायक पप्पू पांडे और उनके भाई सतीश पांडे का हाथ है। पुलिस के पास अहम जानकारी होने के बावजूद जेडीयू विधायक के ऊपर कोई एक्शन नहीं लिया गया।
गोपालगंज नरसंहार के बाद तेजस्वी यादव पर आरोप लग रहा था कि वह केवल यादव की राजनीति कर रहे हैं लेकिन अब तेजस्वी ने कृष्णा शाही हत्याकांड के साथ-साथ गोपालगंज में हरिनारायण कुशवाहा हत्याकांड को लेकर भी मोर्चा संभाल लिया है। तेजस्वी ने कहा है कि पप्पू पांडे के तार इन सभी अपराधिक घटनाओं से जुड़े हुए हैं बावजूद इसके सरकार उन्हें बचा रही है। तेजस्वी ने मांग की है कि पप्पू पांडे के पिछले 3 महीने का कॉल डिटेल्स निकाला जाए। पप्पू पांडे व्हाट्सएप पर कॉल के जरिए तीन अधिकारियों के संपर्क में रहे यह भी जानकारी सामने आनी चाहिए।
तेजस्वी ने कहा है कि कृष्णा शाही हत्याकांड में पुलिस के पास अहम साक्ष्य थे बावजूद इसके पप्पू पांडे पर हाथ नहीं डाला गया। यूपी के स्पेशल टास्क फोर्स ने 20 मार्च 2018 को एक पत्र भेजा था जिसमें सतीश पांडे के शूटर पप्पू श्रीवास्तव को गिरफ्तार करने की बात कही गई है। पप्पू श्रीवास्तव ने यह गुनाह कबूल किया था कि विधायक पप्पू पांडे के कहने पर उसने एके-47 से कृष्णा शाही पर हमला किया। बावजूद इसके बिहार पुलिस ने विधायक पप्पू पांडे से कोई पूछताछ नहीं की। तेजस्वी ने आरोप लगाया है कि भले ही बीजेपी के नेता अपने ही कार्यकर्ता को न्याय नहीं दिला पा रहे हो लेकिन वह अब कृष्णा शाही समेत गोपालगंज में हुए सभी घटनाओं के मामले पर संघर्ष करेंगे। नेता प्रतिपक्ष ने कहा है कि अपराधी की जाति केवल अपराध है। अपराधी चाहे जो कोई भी हो उसे सजा मिलनी चाहिए।
Input : First Bihar