
पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी बुधवार को राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन करेंगे। वे दोपहर 12.30 बजे आयुक्त कार्यालय में नामांकन करेंगे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल, उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, रेणु देवी, मंगल पांडेय, नंदकिशोर यादव के अलावा हम के जीतन राम मांझी और वीआईपी के मुकेश सहनी मौजूद रहेंगे। राज्यसभा का उपचुनाव 14 को होना है।
निर्विरोध चुने जाने की स्थिति में आधिकारिक ऐलान 7 को हो जाएगा। मोदी लोजपा के संस्थापक रामविलास पासवान के निधन के बाद रिक्त हुई सीट से राज्यसभा जाएंगे। भाजपा ने केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद के लोकसभा चुनाव में जीतने के बाद खाली हुई सीट पर वर्ष 2019 में रामविलास पासवान को राज्यसभा भेजा था। ऐसे लोजपा ने इस सीट पर दावेदारी की थी, लेकिन विधानसभा चुनाव में उसकी भूमिका के बाद भाजपा ने इसपर विचार तक नहीं किया।
लोजपा ने समर्थन पर राजद को बोला थैंक्यू
लोजपा ने राज्यसभा चुनाव को लेकर राजद के समर्थन की घोषणा के प्रति आभार व्यक्त किया है। पार्टी ने चुनाव लड़ने से मना कर दिया है। मीडिया प्रभारी कृष्णा सिंह कल्लू ने कहा कि यह सीट लोजपा के संस्थापक स्व. रामविलास पासवान की थी। इसपर कोई भी कार्यकर्ता चुनाव नहीं लड़ना चाहता।
कार्यकाल 2 अप्रैल 2024 तक का होगा
केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री रामविलास पासवान का निधन इसी साल 8 अक्टूबर को हो गया था। वे वर्ष 2019 में बिहार से राज्यसभा की सीट पर निर्विरोध चुने गए थे। जिस सीट के लिए उपचुनाव हो रहा है उसका कार्यकाल 2 अप्रैल 2024 तक का है।
राज्यसभा चुनाव में लोजपा के सहारे सुशील मोदी के खिलाफ उम्मीदवार देने की राजद की मंशा फेल हो गई। राजद का ऑफर लोजपा ने ठुकरा दिया है। राजद नेता राज्यसभा चुनाव में प्रत्याशी दें या न दें इस मुद्दे पर अब दो भाग में बंट गए हैं। हाल में ही विधानसभा अध्यक्ष के निर्वाचन में मिली हार का उदाहरण देते हुए अधिसंख्य नेता राजद नेतृत्व को उम्मीदवार नहीं उतारने की सलाह दे रहे हैं। कुछ नेता एनडीए को चुनाव में वॉकओवर देने के पक्ष में नहीं हैं। मंगलवार को राजद के प्रदेश कार्यालय में अध्यक्ष जगदानंद ने इस मुद्दे पर वरीय नेताओं श्याम रजक, वृशिण पटेल, भोला यादव समेत अन्य के साथ देर तक मंत्रणा की पर एक राय नहीं बनी। बुधवार को इस मसले पर अंतिम निर्णय होने की संभावना जतायी जा रही है। सूत्रों के मुताबिक श्याम रजक ने बैठक में दावा किया कि उन्हें उम्मीदवार बनाने पर वो विधायकों की व्यवस्था कर सकते हैं। पर कुछ नेताओं ने उनकी राय से भिन्नता जताई।