कोरोना और लॉकडाउन के कारण पिछले दो महीने से भी अधिक समय से बंद शिक्षण संस्थानों को जल्द ही खोलने के संकेत मिल रहे हैं।केंद्र द्वारा जारी हुए गाइडलाईन के बाद शिक्षा विभाग शैक्षणिक संस्थानों को खोले जाने को लेकर पहले से ही रणनीति बनाने में जरूर जुट गया है लेकिन इसका फैसला खुद नहीं लेगा बल्कि छात्र,अभिभावक ,शिक्षक और विद्यालय प्रबंधन के परामर्श के आधार पर फैसला लिया जाएगा।
डीईओ को सौंपे गए टास्क
माध्यमिक शिक्षा निदेशक गिरिवर दयाल ने बतौर सभी डीईओ को पत्र जारी कर टास्क दिया है कि 6 जून तक सभी जिलों से परामर्श प्राप्त करें जिसको लेकर बिंदुवार 10 प्रश्न भी निर्धारित किये गए हैं।शिक्षा विभाग ने पत्र में कहा है कि अनलॉक फेज 2 में सभी शैक्षणिक संस्थानों जैसे कोचिंग, स्कूल, कॉलेज, ट्रेनिंग स्कूल खोले जाने का निर्देश प्राप्त होनेवाला है, ऐसे में कोरोना संक्रमण के बीच पूरी शैक्षणिक व्यवस्था कैसे संचालित किया जाए इस पर परामर्श की जरूरत है।
इन 10 बिंदुओं पर लिए जाएंगे परामर्श
विद्यालय/संस्थान को किस तिथि से खोला जाए। कक्षाओं में नामांकन क़ब से प्रारम्भ किया जाए।विद्यालय के संचालन की अवधि क्या हो? कक्षा का संचालन कितने बच्चों के साथ किया जाए। कक्षा की अवधि (घण्टी) क्या हो।कक्षा में बैठने की व्यवस्था कैसी हो।प्रार्थना सत्र का संचालन किया जाए या नहीं।विद्यालय में प्रवेश और निकास की व्यवस्था कैसी हो। अन्य बिंदु अगर कोई हो तो उस पर भी परामर्श लिया जाएगा।
7 जून तक मांगी रपट
माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने डीईओ को यह भी निर्देश दिया है कि परामर्श को लेकर सभी अपना वॉट्सऐप और ईमेल आईडी सार्वजनिक करें ताकि अधिक से अधिक सुझाव मिल सके। वहीं परामर्श के बाद सभी डीईओ को 7 जून तक निदेशक ने रिपोर्ट तैयार कर विभाग को सौंपने का भी निर्देश दिया है।
सोनाली कुमारी (राँची झारखंड)