प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को मुख्यमंत्रियों के साथ कोरोना की समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने राज्यों को 2 लक्ष्य दिए। पहला- कोरोना से मरने वालों की दर 1% से नीचे लाना और दूसरा- संक्रमण के फैलाव की दर को 5% से कम करना।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार सरकार, कोरोना वैक्सीन उपलब्ध होने पर इसे व्यवस्थित तरीके से लोगों तक पहुंचाने के लिए पूरी तैयारी में जुटी है। नीतीश ने कहा कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए राज्य सरकार पूरी सतर्कता बरतते हुए काम कर रही है। उन्होंने इस क्रम में सरकार के कार्यकलापों की व्यापक चर्चा की; इसके सार्थक नतीजों के बारे में बताया। प्रदेश में कोरोना के हालात के हवाले उन्होंने कहा कि इसका फैलाव न हो, इसके वास्ते हर जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।
रूस की वैक्सीन स्पुतनिक- वी 95% असरदार साबित हुई, कीमत ~741
रूसी वैक्सीन स्पुतनिक-वी 95% तक असरदार है। रूस ने मंगलवार को अंतिम चरण के परीक्षण के शुरुआती नतीजे जारी किए। इसके साथ ही वैक्सीन की अनुमानित कीमत का भी खुलासा किया। बताया गया कि इस वैक्सीन का एक टीका 10 डॉलर (करीब 741 रु.) से कम में पड़ेगा।
देश में शुरुआती एक करोड़ टीके चिकित्साकर्मियों को
केंद्र सरकार के सूत्रों के मुताबिक, कोरोना वैक्सीन के शुरुआती टीके सबसे पहले देश के चिकित्साकर्मियों को लगाए जाएंगे।
100 देशों के राजनयिक सीरम इंस्टीट्यूट पुणे आएंगे
100 देशों के राजनियक 4 दिसंबर को दुनिया के सबसे बड़े वैक्सीन निर्माता सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की पुणे स्थित लैब का दौरा करेंगे। ये वैक्सीन उत्पादन, लॉन्चिंग आदि का स्टेटस जानेंगे। संभावना है कि पीएम मोदी भी कार्यक्रम में शामिल हों।
फाइजर की वैक्सीन की शायद जरूरत नहीं पड़ेगी
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा- ‘नहीं लगता कि हमें फाइजर की वैक्सीन की जरूरत पड़ेगी। भारत में तीन वैक्सीन परीक्षण के दौर में हैं।वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग में
पीएम ने कहा- राज्य कोरोना मृत्युदर 1%, संक्रमण की दर को 5% से नीचे लाएं{देश में ओवरऑल संक्रमण की दर 6.9% है। जबकि, संक्रमण की रोजाना दर 4% तक गिर चुकी है।{देश में मृत्युदर 1.46% है। 6 माह में आधी घटी है। सबसे ज्यादा मरीजों वाले 10 देशों में भारत में मृत्युदर सबसे कम है।