
सोनवर्षा में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार ने एक बार फिर लालू प्रसाद और राबड़ी देवी पर निशाना साधा है. सीएम ने जंगलराज की याद दिलाते हुए कहा कि शाम को निकलना मुश्किल हो जाता था. घरों में लोग कैद हो जाते थे.
क्राइम कंट्रोल
नीतीश कुमार ने कहा कि जंगलराज में हत्या और अपहरण होता था. डर के कारण बिहार से कितने डॉक्टर और कारोबारी भाग गए. लेकिन अब कुछ लोग बड़े-बड़े वादे कर रहे हैं. लेकिन आपलोग इनके झांसे में मत आइये. नीतीश कुमार ने कहा कि जब आपलोगों ने काम करने का मौका दिया उस समय बिहार का बुरा हाल था. लेकिन उसको हमने ठीक किया. क्राइम को कंट्रोल किया. आज क्राइम के मामले में बिहार 23वें नंबर पर है. कुछ लोग तो समाज में गड़बड़ करने वाला होता ही है.
समय पर नहीं मिलता था वेतन
नीतीश कुमार ने लालू-राबड़ी राज में शिक्षकों समेत कई विभागों को कर्मचारियों को समय पर वेतन नहीं मिलता था. लोग परेशान रहते थे, लेकिन अब वह हालात नहीं है. कोसी त्रासदी के समय कई जिलों की स्थिति खराब हो गई. लेकिन एक-एक जगहों पर 10-10 हजार लोगों को रखा गया. परिवारों को आर्थिक मदद दी गई. हम तो पहले से ही कहते आ रहे हैं कि सरकार के खजाने पर आपदा पीड़ितों का पहला हक है.
लोगों ने हेलिकॉप्टर देखने आए हैं
नीतीश की सभा में आएं अधिकतर लोगों ने कहा कि हेलिकॉप्टर देखने आए हैं । मंच से ज्यादा भीड़ हेलिकॉप्टर के पास थी । कई लोग जिसमें बुढ़े और महिलाएं भी शामिल थी हेलिकॉप्टर के साथ फोटो खिचवा रहे थे । कईयों ने सेल्फी भी ली ।
मैदान रहा खाली
रैली के दौरान वैसे तो धुप अपने शबाब पर था । लेकिन फिर भी इस मैदान एक चौथाई भी नहीं भर सका । कई लोगों ने कहा सुनने तो आएं है लेकिन हम वोट नहीं करेंगे । कईयों ने कहा कि ऐसे ही आ गएं ।
स्थानीय विधायक के प्रति था गुस्सा
स्थानीय विधायक के प्रति सभी के मन में आक्रोश था । कोपा गांव से आएं खदेरन मिया ने कहा कि वो रैली में बस सुनने आएं है कि कौन क्या बोलता है । वोट कांग्रेस को देंगे । वहीं कइयों ने कहा कि रत्नेश सादा चुनाव के बाद नजर ही नहीं आते हैं, बस चुनाव के समय वोट मांगने आ जाते हैं । भीड़ में से कईयों ने नीतीश कुमार के ये कहने पर कि रत्नेश सादा को जीत का माला पहना दे – सबने हाथ हिलाकर ‘ना’ कहा लेकिन फिर भी नीतीश ने उन्हे माला पहना दिया ।