मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपराध के मसले पर इशारों में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद व राबड़ी देवी पर जोरदार हमला किया। कहा- ‘भूल गए, 15 साल के पति-पत्नी के शासन में कितना अपराध होता था, कितनी हिंसा होती थी? आज वो स्थिति है? अब तो बिहार, अपराध के मामले में देश में 23 वें नंबर पर है।’ शुक्रवार को मुख्यमंत्री मीडिया से मुखातिब थे। उनसे इंडिगो के स्टेशन मैनेजर रूपेश कुमार सिंह की हत्या के हवाले प्रदेश में बढ़ते अपराध के बारे में सवाल पूछा गया था। और यह भी पुलिस क्यों कुछ नहीं कर पा रही है? मुख्यमंत्री ने कहा-पुलिस को डिमोरलाइज नहीं किया जाए। मुझे उस पर भरोसा है। वह मुस्तैदी से काम कर रही है। रूपेश हत्याकांड की चौतरफा जांच जारी है। सब लोग लगे हैं। घटना के दिन ही मैंने इस दुखद कांड के बारे में डीजीपी से बात की थी। हत्यारों को, स्पीडी ट्रायल करा सजा दिलाई जाएगी।
कहा- कोई परमिशन लेकर अपराध करता है क्या : उन्होंने सवालिया लहजे में कहा-कोई परमिशन लेकर अपराध करता है क्या? अगर कहीं से पता चल जाए कि किसने, किसका मर्डर किया और अगर यह सच हुआ, तो हत्यारे बख्शे जा सकते हैं क्या? उनका सबसे आग्रह रहा-अगर किसी के पास कोई जानकारी है तो पुलिस से जरूर शेयर करें। मुख्यमंत्री ने कई बार दोहराया-खासकर हत्या संबंधी हर अपराध का कारण तो होता ही है। इसकी जांच के बाद कार्रवाई होती है। अपराध के कारणों को भी जानना और समझना जरुरी होता है, जिससे असली दोषी को पकड़ा जा सके। उन्होंने कहा- विकास कार्यों की तुलना अपराध के साथ नहीं होनी चाहिए। अपराध को लेकर जितनी कार्रवाई हो रही है, उसे भूलना नहीं चाहिए। यह दुखद है कि किसी की हत्या हो जाती है। हत्या का कोई न कोई कारण होता है। पुलिस जांच कर अपराधी को पकड़ती है। रूपेश सिंह के मामले में डीजीपी ने मुझे दोषी को जल्द पकड़ने का आश्वसान दिया है।