नीतीश सरकार ने बिहार के सभी अनुमंडलीय अस्पतालों को आइसोलेशन वार्ड में तब्दील कर दिया है। ऐसा कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को लेकर फैसला लिया गया है। आज से ही इन अनुमंडल अस्पतालों में सामान्य मरीजों का इलाज प्रतिबंधित कर दिया गया है।स्वास्थ्य विभाग ने सभी डीएम, क्षेत्रीय अपर निदेशकों और शल्य चिकित्सा सह मुख्य चिकित्सा पदाधिकारियों को दे दी है।
स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने इस संबंध में पत्र जारी कर दिया है।पत्र में कहा गया है कि कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए सभी अनुमंडलीय रेफरल अस्पताल में पहले पांच बेड के आइसोलेशन वार्ड बनाने की निर्देश थे, परंतु राज्य में संदिग्धों की संख्या लगातार बढ़ रही है। साथ ही अब तक नौ संक्रमित भी मिल चुके हैं। इस वजह से सरकार ने सभी 55 अनुमंडल अस्पतालों को आइसोलेशन वार्ड के रूप में विकसित करने का फैसला किया है।
प्रधान सचिव ने कहा है कि जिलों में जितने भी डॉक्टर, नर्स, पारा मेडिकल स्टाफ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात उन सबको तत्काल प्रभाव से अनुमंडल अस्पतालों में प्रतिनियुक्त किया जा रहा है।
पत्र में यह भी कहा गया है कि अब अनुमंडल अस्पतालों में कोरोना के अतिरिक्त दूसरे रोग का इलाज नहीं होगा। दूसरे रोग के इलाज की सुविधा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में मिलेगी।