वर्चुअल जनसभा के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक्चुअल जनसभा की शुरुआत कर दी है. यह जनसभाएं बिहार के ही अलग- अलग जिलों में आयोजित की गयी हैं. वर्चुअल रैली की तरह ही एक्चुअल रैली में भी नीतीश कुमार लालू परिवार पर निशाना साधने से पीछे नहीं रहे. उन्होंने ना केवल अपने 15 साल के विकास का लेखा- जोखा दिया बल्कि लालू परिवार पर जोरदार हमला किया.
नीतीश कुमार ने कहा कि मैं तो हर समाज की सेवा करते हैं, लेकिन कुछ लोगों के लिए एक परिवार में पति-पत्नी और बेटा है.लेकिन मेरा तो पूरा बिहार है. पूरे बिहार के लोगों के लिए काम करना है. कुछ लोग तो सिर्फ मेवा के लिए काम करते हैं, लेकिन मैं तो सेवा के लिए काम करते आ रहा हूं.
नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार के हर बाजार के बाहर से बाइपास बनवाएंगे. इसके अलावे 10 पंचायत पर एक पशु हॉस्पिटल बिहार में बनाया जाएगा. हर खेत तक पानी पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है. लेकिन इसको लेकर एक बार फिर से सरकार में आने का मौका दे.
उन्होंने कहा कि दुनिया भर में कोविड-19 का समाधान नहीं निकला है, लेकिन इससे हमको भयभीत नहीं होना है. सजग रहना है. सचेत रहना है. हम लोगों की मदद तो कर ही रहें हैं, पर अपनी सतर्कता बनाये रखें. सीएम रिलीफ फंड से कोरोना से मरने वाले लोगों के परिवार को 4 लाख की सहायता राशि दी जा रही है. सभी राशनधारियों को मुफ्त अनाज और एक हजार की सहायता राशि देने का काम किया है. जहां कोरोना का प्रभाव सबसे ज्यादा था उन लोगों को 14 दिन तक क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया. हरेक व्यक्ति पर 5300 रुपये खर्च किये गए. जांच की पूर्ण व्यवस्था की गई. एक – एक चीज पर सरकार ध्यान देती रही है. न्याय के साथ विकास जिसका मतलब है- हर वर्ग का विकास और हर तबके का उत्थान. जो लोग हाशिये पर हैं उनको मुख्य धारा से जोड़ना है और इसी ध्येय के साथ हम शुरू से काम करते आये हैं