सहरसा के श’हीद जवान कुंदन कुमार । गलवान घाटी में चीनी सैनिकों से लो’हा लेते हुए श’हीद हो गएं । आज उनकी याद में मोदी जी ने मन की बात में उनका नाम लिया । मोदी जी ने आज मन की बात में कहा कि उनके पिता की बातें आज भी मेरे कानों में गुंज रही है । उनके पिताजी ने कहा था कि मेरा बेटा न’हीं रहा तो क्या हुआ अपने दोनो पोतों को सेना में भेजूगां ।
पीएम मोदी ने कहा कि बिहार के रहने वाले श’हीद कुंदन कुमार के पिताजी के शब्द तो कानों में गूंज रहे हैं वो कह रहे थे, अपने पोतों को भी देश की रक्षा के लिए सेना में भेजूंगा. यही हौंसला हर श’हीद के परिवार का है. वास्तव में इन परिजनों का त्या’ग पूजनीय है. भारत-माता की र’क्षा के जिस संकल्प से हमारे जवानों ने ब’लिदान दिया है. उसी संकल्प को हमें भी जीवन का ध्येय बनाना है. हर देशवासी को बनाना है. पीएम मोदी ने कहा कि हमारा हर प्रयास इसी दिशा में होना चाहिए जिससे सीमाओं की रक्षा के लिए देश की ताकत बढ़े. देश और अधिक सक्षम बने. देश आत्मनिर्भर बने यही हमारे श’हीदों को सच्ची श्र’द्धांजलि भी होगी.
दोनों पोतों को भेजूंगा सेना में
17 जून को श’हीद कुंदन के अंतिम सं’स्कार के दौरान उनके पिता निमिन्द्र यादव ने कहा था कि मुझे अपने बेटे पर गर्व है. मेरा बेटा देश के लिए श’हीद हुआ. मेरे दो पोते हैं. उन दोनों को भी मैं देश की सेवा के लिए भेजूंगा. 2012 में कुंदन सेना में शामिल हुए थे. 2013 में शादी हुई. कुंदन के छह और चार साल के दो बेटे हैं. कुंदन विशनपुर पंचायत के आरण गांव के रहने वाले थे. जिससे आज पीएम मोदी ने फिर याद किया है. बता दें कि 16 जून को गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हिं’सक झ’ड़प में 20 जवान श’हीद हो गए थे. जिसमें बिहार के कुंदन समेत पांच जवान शामिल थे.