डाक हमारा संवाहक है। हमारी अभिव्यक्ति को दूर-दूर तक पहुंचाता है। इस पर हमलोगों को भरोसा है। हमारी समानों को सही सलामत शीघ्र दूसरे जगह पहुंचाया जाता है। अपने टिकट पर हमारे सांस्कृति और विद्वान को स्थान देकर उनका सम्मान करते है। उक्त बातें रविवार को पीटीसी के सभागार में डाक प्रदर्शनी के अंतिम दिन संस्कृत विवि के कुलपति प्रो. शशि नाथ झा ने कही। इस अवसर पर मिथिला क्षेत्र के संस्कृति प्रतीक पान, माछ, मखान और पाग पर टिकट जारी किया गया।
अपने स्वागत भाषण में डाक अधीक्षक उमेश चंद्र प्रसाद ने कहा कि इससे पहले सिक्की ग्रास, एयर पोर्ट और अब मिथिला की सांस्कृतिक विरासत पर पान, माछ, मखान टिकट जारी कर इनका मान बढ़ाया है। चीफ पोस्ट मास्टर जनरल बिहार सर्कल पटना के कर्नल जलेश्वर कहर ‘सर्विंग द नेशन, बियॉन्ड एक्सपेक्टेशन’ पुस्तक का भी विमोचन किया। इस पुस्तक में कोरोना काल से अबतक किए गए जन सेवा की चर्चा के साथ-साथ डाक विभाग के दरभंगा प्रमंडल के बदलते स्वरूप की चर्चा की है।