एक बार फिर बिहार ने दिखाया कि बेटियाँ कई मायने में आगे है । ताजा उदाहरण बिहार बोर्ड के संस्कृत शिक्षा बोर्ड का है । इस बार भी बेटियों ने संस्कृत की पढ़ाई में बाजी मार ली है । बिहार संस्कृत शिक्षा बोर्ड ने मध्यमा परीक्षा 2019 का रिजल्ट शुक्रवार को जारी कर दिया । इसमें छात्राओं का रिजल्ट छात्रों की अपेक्षा बेहतर रहा। मध्यमा परीक्षा 2019 में कुल 21 हजार 620 परीक्षार्थी शामिल हुए। इनमें से 17 हजार 232 परीक्षार्थी प्रथम, द्वितीय और तृतीय श्रेणी से उत्तीर्ण हुए हैं।
21 हजार 620 परीक्षार्थियों में से 17 हजार 232 को मिली है सफलता
इसमें 560 परीक्षार्थी अनुत्तीर्ण हो गए। छात्रों की अपेक्षा छात्राओं का रिजल्ट बेहतर रहा। जहां सात हजार 925 छात्र उत्तीर्ण हुए, वहीं नौ हजार 307 छात्राएं सफल हुई हैं। मौके पर बोर्ड के सचिव अनिल कुमार, परीक्षा नियंत्रक विरेंद्र कुमार सिंह आदि थे। परीक्षार्थी वेबसाइट पर रौल नंबर व रौल कोड डाल कर परीक्षाफल देख सकते हैं। बोर्ड अध्यक्ष डॉ. भारती मेहता ने बताया कि अगर रिजल्ट में किसी प्रकार की त्रुटि हो तो इसके लिए विद्यार्थी आवेदन कर सकते हैं। इसमें परीक्षार्थी का नाम, पिता नाम, स्कूल नाम, जन्मतिथि आदि को शामिल किया गया है।
बता दें कि मध्यमा परीक्षा 2020 के लिए पंजीयन व फॉर्म भराना शुरू कर दिया गया है। बोर्ड सभी स्कूलों को पांच नवंबर तक पंजीयन व फॉर्म भेजेगा। परीक्षा फर्म नवंबर के अंतिम सप्ताह भरा जाएगा।
कुल परीक्षार्थी 21620
कुल उत्तीर्ण 17232
प्रथम श्रेणी 793 (छात्र 392 और छात्रा 401)
द्वितीय श्रेणी 8009 (छात्र 4183 और छात्रा 4226)
तृतीय श्रेणी 8030 (छात्र 3350 और छात्रा 4680)