मधुबनी के हरलाखी प्रखंड के खिरहर गांव स्थित धरोहरनाथ महादेव मंदिर में दो साधुओं की हत्या कर दी गई। दोनों के सिर धड़ से अलग कर दिए गए। मारे गए साधुओं की पहचान बासोपट्टी प्रखंड के सिरियापुर निवासी हीरा बाबा (70 वर्ष) और भगवानपुर निवासी अंगद बाबा ( 60 वर्ष) के रूप में की गई है। हत्या के बाद गांव में हड़कंप मच गया है। दोनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा चुका है।
मंदिर के मुख्य पुजारी नारायण मुखिया ने पुलिस को बताया है कि दोनों साधुओं हत्यारा खिरहर गांव का ही दीपक चौधरी है। उनके अनुसार मंगलवार की रात लगभग 1 बजे दीपक ने हीरा बाबा और अंगद बाबा का सिर कुदाल से काट दिया था। हीरा बाबा का सिर और धड़ तथा अंगद बाबा का सिर उसने मंदिर के बगल वाले कमरे में भूसे के ढेर के अंदर छिपा दिया था जबकि, अंगद बाबा का धड़ बगल के एक अन्य कमरे में रख दिया था। नारायण मुखिया के अनुसार रात में वह दोनों साधुओं की हत्या करने के बाद वहां फैले खून पर मिट्टी डाल रहा था और इसके बाद अपने हाथ चापाकल पर धो रहा था, तभी उन्होंने उसे देख लिया। उनके शोर मचाने पर वह भाग गया।
नारायण मुखिया के अनुसार मृतक दोनों साधु धरोहरनाथ महादेव मंदिर के पुजारी नहीं थे, लेकिन बगल के गांव का निवासी होने के नाते रोज मंदिर आते थे। इधर, पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त कुदाल को बरामद कर लिया है। आरोपी और उसके परिवार वाले फरार हैं। खिरहर थानाध्यक्ष अंजेश कुमार ने बताया कि आगे की पूछताछ के लिए नारायण मुखिया को थाने में ही रोका गया है।
नारायण मुखिया ने यह भी बताया कि आरोपी दीपक चौधरी विक्षिप्त किस्म का युवक है। उसकी उम्र 30-32 साल है। वह गांव में ही रहता है। उन्होंने आगे बताया कि दीपक चौधरी मंदिर में रोज शाम की आरती में आता था, लेकिन मंगलवार की शाम को नहीं आया था। आरती में शामिल लोगों ने इस बात की चर्चा भी की थी कि दीपक चौधरी नजर नहीं आ रहा है। फिलहाल इस बात का खुलासा नहीं हुआ है कि आरोपी दीपक चौधरी की दोनों साधुओं से क्या दुश्मनी थी। पुलिस नारायण मुखिया के बयान पर प्राथमिकी दर्ज करने की तैयारी कर रही है। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी भी की जा रही है।