भाजपा और जदयू के बीच सीट शेयरिंग का फारमुला शनिवार को तय हो जाने की खबर है। भाजपा के बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव व देवेंद्र फड़नवीस के साथ जदयू दिग्गजों की चार घंटे चली मैराथन बैठक में सीट शेयरिंग पर मुहर लगी। जानकारी के अनुसार जदयू 122 और भाजपा 121 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। अगर लोजपा एनडीए गठबंधन में बनी रहती है तो भाजपा उसे अपने कोटे की सीटें दे सकती है। वहीं हम को जदयू के खाते से सीटें मिलेंगी। वैसे यह तय माना जा रहा है कि लोजपाने गठबंधन से अलग होने का निर्णय ले लिया है।
भाजपा के बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव व देवेंद्र फड़नवीस चार्टर्ड प्लेन से शनिवार की सुबह पटना पहुंचे थे। उनके आते ही एनडीए में सीट शेयरिंग को लेकर लंबी बैठक का सिलसिला चला। राजधानी स्थित बेली रड में रूपसपुर थाना के समीप एक बहुमंजिली इमारत में भाजपा और जदयू के दिग्गजों के बीच सीठ शेयरिंग पर लगभग चार घंठे तक मंथन चला।
चर्चा में जदयू की ओर से ललन सिंह, बिजेंद्र यादव, विजय चौधरी व आरसीपी सिंह शामिल हुए वहीं भाजपा की तरफ से उनके बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव व देवेंद्र फड़नवीस मौजूद थे। सीटों की संख्या लॉक होने के बाद भूपेंद्र यादव व देवेंद्र फड़नवीस देर शाम दिल्ली लौट गए।
बीजेपी सूत्रों के मुताबिक आधी-आधी सीटों के बंटवारे पर सहमति बनी है. आज इसका औपचारिक एलान हो सकता है. कौन किस सीट पर लड़ेगा ये भी लगभग तय है. कुछ सीटिंग सीटों की भी अदलाबदली हो सकती है. यानि बीजेपी के कब्जे वाली कुछ सीटें जेडीयू के खाते में जायेंगी तो जेडीयू की दावेदारी वाली कुछ सीटें बीजेपी के पास.
हालांकि जेडीयू की ओर से कहा ये जा रहा है कि बीजेपी को अपने हिस्से से एलजेपी को सीटें देनी है. लेकिन ये तय हो चुका है कि इस विधानसभा चुनाव में लोक जनशक्ति पार्टी जेडीयू-बीजेपी के साथ नहीं जा रही है. लिहाजा मांझी के पांच सीटों को छोड दिया जाये तो बीजेपी और जेडीयू को बराबर-बराबर सीट दी गयी हैं.