सुशील मोदी ने कहा कि लालू-राबड़ी के कुशासन में बंदूक के बल पर अपहरण उद्योग चला, 100 से ज्यादा नरसं’हार हुए और महिलाएँ घर से निकलने में डरती थीं। शिक्षा चौपट थी। विकास ठप था।
लालू प्रसाद ने अपने दौर में बिहार को आज के अफगानिस्तान जैसा ही बना दिया था। लालू के जेल जाने पर उनकी ‘ खड़ाऊँ सरकार ‘ चलाने वाले जगदानंद को राजद में छिपा तालिबान क्यों नहीं दिखा?
राजद के छोटे राजकुमार की इच्छा के मुताबिक काम करने और बड़े राजकुमार से लगातार अपमानित होने के दबाव में जगदानंद मानसिक संतुलन खो रहे हैं इसलिए वे हिं’सा में विश्वास करने वाले ब’र्बर तालिबानियों की तुलना राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ( RSS) से कर रहे हैं। लालू परिवार की भक्ति, पुत्र मोह और वोट बैंक की राजनीति करने में जगदानंद इतना नीचे गिर जाएँगे, यह किसी ने नहीं सोचा होगा। जिस आरएसएस की देशभक्ति और पीड़ित मानवता के प्रति सेवा भाव से जेपी तक प्रभावित हुए, उसे राजद के एक सीनियर नेता का तालिबानी कहना अत्यंत दुर्भावनापूर्ण और निंदनीय है।