राजद के दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में आज राजद सुप्रीमो लालू यादव ऑनलाइन दिल्ली से जुड़े। इस दौरान उन्होंने राजद नेताओं को राजनीति का पाठ पढ़ाकर चुनाव को लेकर होमवर्क भी दिये। साथ ही उन्होंने कानून व्यवस्था और बिहार के विशेष राज्य के दर्जे की मांग को लेकर जदयू और नीतीश कुमार को निशाने पर लिये। इस कार्यक्रम में विधानसभा नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, शिवानंद तिवारी, अब्दुल बारी सिद्दीकी सहित राजद के वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।
जातीय जनगणना से होगा विकास
राजद सुप्रीमो ने जातीय जनगणना को लेकर कहा कि हम इसके लिए शुरू से लड़ाई लड़ रहे हैं और जब तक ये हो नहीं जाती है, तब तक राजद लड़ाई छोड़ने वाली नहीं। वहीं उन्होंने कहा कि जातीय जनगणना से पिछड़ों का विकास होगा। उन्होंने कहा कि गणना नहीं होने से बजट का आवटन नहीं हो पाता है। इसके चलते ये वर्ग और पीछड़ते ही जा रहा है। साथ ही उन्होंने कहा कि जातिगत जनगणना को लेकर हमारी लड़ाई जारी रहेगी। वहीं उन्होंने कहा कि जातीय जनगणना को लेकर सुप्रीम कोर्ट में जो हलफनामा दी गयी है, वो सही नहीं है।
विशेष राज्य के दर्जे को लेकर नीतीश पर निशाना
राजद सुप्रीमो ने विशेष राज्य के दर्जे को लेकर जदयू और बिहार के सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि नीतीश कहते थे कि जो बिहार के विशेष राज्य के दर्जे देंगे, वे उन्हीं से हाथ मिलाएंगे। लेकिन आब नीतीश ये सब भूल गये हैं। उनकी ही पार्टी अब सरेंडर कर दिया है। उन्होंने कहा कि अब बीजेपी के साथ नीतीश कुमार है, तो नीतीश को बिहार को विशेष राज्य के दर्जे की मांग करनी चाहिए।
कानून व्यवस्था पर उठाए सवाल
राजद सुप्रीमो लालू यादव ने कानून व्यवस्था को लेकर बिहार सरकार पर सवाल खड़े किये। उन्होंने कहा कि पंचायती राज का चुनाव हो रहा है। इसमें लागातर हत्या हो रही है। सरकार इसे रोकने में असफल साबित हो रही है। साथ उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था को लेकर सरकार को गंभीर होना चाहिए, लेकिन सरकार इस पर कोई ध्यान नहीं दे रही है।
राजद नेताओं को सीखाया सियासत का पाठ
राजद सुप्रीमो लालू यादव ने कार्यक्रम के दौरान राजनीति का भी पाठ पढ़या। उन्होंने नेताओं को राजनीति की सीख देते हुए कहा कि राजद के नेताओं और कार्यकर्तओं को राजद का झंडा और टोपी-गमछा के साथ गांव-गांव घुमना चाहिए और लोगों से संपर्क करना चाहिए। साथ उन्होंने कहा कि असहाय व्यक्ति के घर पर पहुंचकर उनकी मदद करनी चहिए, जिससे पार्टी की छवि अच्छी होगी और पार्टी को फायदा होगा। वहीं उन्होंने राजद नेताओं से कहा कि उन्हें जेल जाने से डरना नहीं चाहिए। 144 धारा कुछ नहीं है। इस दौरान उन्होंने राजद नेताओं को जयप्रकाश नारायण की जेल भरो आंदोलन का भी पाठ पढ़ाया।
उपचुनाव को अलर्ट रहने को कहा
राजद सुप्रीमो ने अपने नेताओं से अपील की कि वे चुनाव के दौरान सतर्क रहे औ लोगों से ज्यादा से ज्यादा जुड़े। नेताओं से कहा कि आप लोगों के घर जाकर उनसे मिलेंगे, तो लोग राजद को वोट करेंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि मतदान के बाद राजद नेताओं को खास तौर पर अलर्ट रहना चाहिए और जब तक ईवीएम सील नहीं हो जाए और कंट्रोल रूम में नहीं चल जाए, जब तक वहां से नहीं हटना चाहिए।